68500 शिक्षक भर्ती में सफल अभ्यर्थी दे सकेंगे विकल्प, नियुक्ति जल्द: परिषद लेगा ऑनलाइन आवेदन, प्रारूप शासन को भेज चुका, एक बार में भर्ती पूरी करने की तैयारी, वेबसाइट बताएगा चयनित

इलाहाबाद : परिषदीय स्कूलों की सहायक अध्यापक भर्ती का परिणाम आ गया है, अब नियुक्ति की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी। इसमें सफल अभ्यर्थी चुनिंदा जिलों के साथ ही प्रदेश के सभी 75 जिलों का विकल्प दे सकते हैं।
सिर्फ एक बार ऑनलाइन आवेदन करने के बाद अभ्यर्थियों को आरक्षण के मानक व लिखित परीक्षा आदि की मेरिट के अनुसार उनका चयन किस जिले के लिए हुआ है, ये सूचना उन्हें वेबसाइट से मिलेगी।

प्राथमिक स्कूलों की की लिखित परीक्षा का परिणाम परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में तैयार हो रहा था। वहीं, बेसिक शिक्षा परिषद मुख्यालय इस परीक्षा में सफल होने वालों को नियुक्ति दिलाने के लिए खाका तैयार करने में जुटा था। रविवार को ‘दैनिक जागरण’ ने खबर दी थी कि ‘68500 सहायक अध्यापक भर्ती का रिजल्ट व नियुक्ति की तैयारियां तेज’।
परिषद मुख्यालय की मानें तो भर्ती के लिए नियुक्ति का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। इसमें यह ध्यान रखा गया कि नियुक्ति प्रक्रिया लंबी न खिंचे, बल्कि इस तरह की व्यवस्था की जाए कि सफल अभ्यर्थियों को तैनाती जल्द मिले।उसमें अभ्यर्थियों को चुनिंदा जिलों के साथ ही सभी 75 जिलों का विकल्प देने का अवसर होगा। 1तय आरक्षण व लिखित परीक्षा आदि के अंकों के आधार पर उनका चयन किस जिले में हो रहा है, यह जानकारी बिना भागदौड़ किए वेबसाइट से ही मिल जाएगी। वहां पर सारे अभिलेख लेकर जाएं और नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करें।1सारी तैयारी पूरी, आदेश का इंतजार : परिषद सचिव संजय सिन्हा ने बताया कि उनकी ओर से सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने की सारी तैयारियां पूरी हैं, शासन का निर्देश मिलते ही नियुक्ति के लिए एनआइसी की वेबसाइट शुरू होगी। एक बार आवेदन होने के बाद अभ्यर्थी को चयन के लिए बार-बार आवेदन नहीं करना होगा। जिस जिले में आरक्षण व मेरिट के अनुसार उसका चयन हो रहा है, वहीं उसे ज्वाइन करना होगा। बाद में उसका तबादला भी नहीं हो सकेगा। सचिव ने बताया कि जिला वरीयता खत्म हो चुकी है इसलिए कहीं भी नियुक्ति देने में अब कोई बाधा नहीं आएगी। 172 हजार भर्ती की तर्ज पर नियुक्ति : परिषदीय स्कूलों में 2011 की 72825 शिक्षकों की नियुक्ति देने में कुछ जिलों का विकल्प लिया गया था, जबकि इस बार सभी जिलों का मांगा जाएगा। इससे नियुक्तियां तेज गति से पूरी होंगी। अधिक जिलों का विकल्प देने वालों को एक बार में ही सीट आवंटित हो जाएगी। जिस पर उन्हें ही तैनाती मिलेगी।