आशीष गुप्ता,सिंगाही / सरकार की अनदेखी एवं अध्यापकों की कमी के चलते ग्रमीण अंचल में खिलवाड बनी उच्च शिक्षा कही भवन नही मिला तो कही प्राइवेट टीचर दे रहे हैं बच्चों को शिक्षा / शहरों और कस्बों में शिक्षा को लेकर बढ रही आपाधापी को कम करने और ग्रमीण क्षेत्र में शिक्षा का स्तर उठाने के चलते सरकार द्वारा ग्रमीण अंचलों में राजकीय हाई स्कूल खोले जाने की
योजना शुरू की गयी जिसके तहत सबसे पहले क्षेत्र की ग्राम पचायत नौबना में चार साल पूर्व एक स्कूल चालू किया गया जिसकी इमारत बनने के बाद तीन साल पहले शिक्षण सत्र चालू कर दिया गया था इसमें शुरूआत से लेकर अब तक मात्र दो महिला शिक्षिकाओं की ही तैनाती हो सकी और बच्चों की संख्या अस्सी के आसपास बतायी जा रही है ऐसे में शिक्षण कार्य कैसा होगा इसका अनुमान लगाया जा सकता है इसके बाद बने खैरीगढ के स्कूल में पिछले साल शिक्षण कार्य चालू गया है लेकिन यहां का शिक्षक कौन है ग्रमीणों को नही पता यहां से बेलरायां चीनी मिल के पूर्व संचालक रहे अशोक वर्मा व ग्रामीण रिषी कुमार तिवारी ,ने बताया कि यहां केवल एक शिक्षक की तैनाती के बारे में उनको पता है जो कि ज्यादातर लखनउ में रहते बताये जाते हैं और उन्होने बच्चों को पढाने के लिये गांव के ही दो लडकों लगा रखा है । दो साल पहले बनना शुरू हुयी नौरंगाबाद स्कूल की इमारत के निर्माण में गडबडी के चलते पिछले सत्र में पूरा होने निर्माण इस सत्र में पूरा तो हो गया लेकिन इमारत अभी तक विभाग के अधीन नही हो पायी है जबकि यहां भी एक शिक्षक को तैनात कर पिछले सत्र में ही एडमिशन लेकर कैम्पस में बने उच्च प्राथमिक स्कूल के एक कमरे में शिक्षण सत्र चालू कर खाना पूर्ती की जा रही है इसको लेकर यहां से बेलराया चीनी मिल के उपाध्यक्ष अमनदीप सिंह कई बार उच्च अधिकारियों से मिलकर इमारत को विभाग के अधीन कराने की मांग कर चुके है इसके बाद भी को ध्यान नही दिया जा रहा है और इस लापरवाही के चलते ग्रमीण में अंचल उच्च शिक्षा प्राथमिक शिक्षा की तरह ही एक खिलवाड बन कर रह गयी है ।
सरकारी नौकरी - Government of India Jobs Originally published for http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ Submit & verify Email for Latest Free Jobs Alerts Subscribe सरकारी नौकरी - Government Jobs - Current Opening All Exams Preparations , Strategy , Books , Witten test , Interview , How to Prepare & other details
योजना शुरू की गयी जिसके तहत सबसे पहले क्षेत्र की ग्राम पचायत नौबना में चार साल पूर्व एक स्कूल चालू किया गया जिसकी इमारत बनने के बाद तीन साल पहले शिक्षण सत्र चालू कर दिया गया था इसमें शुरूआत से लेकर अब तक मात्र दो महिला शिक्षिकाओं की ही तैनाती हो सकी और बच्चों की संख्या अस्सी के आसपास बतायी जा रही है ऐसे में शिक्षण कार्य कैसा होगा इसका अनुमान लगाया जा सकता है इसके बाद बने खैरीगढ के स्कूल में पिछले साल शिक्षण कार्य चालू गया है लेकिन यहां का शिक्षक कौन है ग्रमीणों को नही पता यहां से बेलरायां चीनी मिल के पूर्व संचालक रहे अशोक वर्मा व ग्रामीण रिषी कुमार तिवारी ,ने बताया कि यहां केवल एक शिक्षक की तैनाती के बारे में उनको पता है जो कि ज्यादातर लखनउ में रहते बताये जाते हैं और उन्होने बच्चों को पढाने के लिये गांव के ही दो लडकों लगा रखा है । दो साल पहले बनना शुरू हुयी नौरंगाबाद स्कूल की इमारत के निर्माण में गडबडी के चलते पिछले सत्र में पूरा होने निर्माण इस सत्र में पूरा तो हो गया लेकिन इमारत अभी तक विभाग के अधीन नही हो पायी है जबकि यहां भी एक शिक्षक को तैनात कर पिछले सत्र में ही एडमिशन लेकर कैम्पस में बने उच्च प्राथमिक स्कूल के एक कमरे में शिक्षण सत्र चालू कर खाना पूर्ती की जा रही है इसको लेकर यहां से बेलराया चीनी मिल के उपाध्यक्ष अमनदीप सिंह कई बार उच्च अधिकारियों से मिलकर इमारत को विभाग के अधीन कराने की मांग कर चुके है इसके बाद भी को ध्यान नही दिया जा रहा है और इस लापरवाही के चलते ग्रमीण में अंचल उच्च शिक्षा प्राथमिक शिक्षा की तरह ही एक खिलवाड बन कर रह गयी है ।
सरकारी नौकरी - Government of India Jobs Originally published for http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ Submit & verify Email for Latest Free Jobs Alerts Subscribe सरकारी नौकरी - Government Jobs - Current Opening All Exams Preparations , Strategy , Books , Witten test , Interview , How to Prepare & other details