बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अब नई श्रेणीकरण की
व्यवस्था लागू की जाएगी। इसके लिए राज्य परियोजना निदेशक शीतल वर्मा ने
शैक्षिक सत्र-2015-16 में श्रेणीकरण के लिए समय-सारिणी निर्धारित करते हुए
निर्देश जारी कर दिया है।
स, द तथा श्रेणी विहीन विद्यालयों को विशेष रूप
से अकादमिक सहयोग प्रदान किया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय को उसकी श्रेणी से
अवगत कराया जाए। लेकिन उसकी श्रेणी विद्यालय के बाहरी दीवारों पर अंकित
नहीं की जाएगी।
शैक्षिक सत्र-2015-16 में परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक
विद्यालयों के भौतिक एवं शैक्षणिक पर्यवेक्षण के लिए छात्र-छात्राओं की
सम्प्राप्ति पर आधारित समेकित प्रणाली विकसित करने की व्यवस्था की गई है।
इसमें डायट प्राचार्य अपने जिले केसभी परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक
विद्यालयों के श्रेणीकरण के लिए प्रत्येक एनपीआरसी समन्वयक या सह समन्वयक
तथा ब्लॉक संसाधन केंद्र के साथ मेंटर (शिक्षक) को पूरे सत्र के लिए नामित
करेंगे।
श्रेणीकरण के लिए दो सदस्यीय टीम गठित होगी, जिसमें एक सदस्य
समन्वयक, न्याय पंचायत या सह समन्वयक होंगे। विद्यालय का श्रेणीकरण
अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद किया जाएगा। एकल शिक्षक या शिक्षक विहीन
विद्यालय में अध्यापक की व्यवस्था तुरंत की जाए। अर्द्धवार्षिक परीक्षा के
प्राप्तांकों को छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को नियमित रूप से अवगत कराया
जाए।
श्रेणीविहीन पर होगी विशेष नजर स, द तथा श्रेणीविहीन
विद्यलायों के लिए विद्यालयवार विद्यालय विकास योजना का निर्माण किया
जाएगा। डायट की ओर से नामित शिक्षक चिन्हित विद्यालयों में जाकर प्रधान
अध्यापक के सहयोग से उन कारणों को चिन्हित करेंगे जिससे विद्यालय को न्यून
स्तर की श्रेणी प्राप्त हुई है।श्रेणीकरण के लिए विद्यालयों को मिलेंगे
अंकविद्यालय का श्रेणीकरण करने के लिए अंक प्रदान किए जाएंगे। इसमें 55
प्रतिशत अंक अर्द्धवार्षिक परीक्षा के माध्यम से प्राप्त अंकों पर आधारित
हैं। पांच अंक भौतिक परिवेश (भवन की रंगाई, पुताई, हैंडपम्प, शौचालय आदि की
सुविधा) के लिए तय हैं। सामुदायिक सहभागिता, नामांकन एवं उसके सापेक्ष
उपस्थिति तथा शिक्षण स्तर के लिए भी अंक मिलेंगे।
श्रेणीकरण के लिए समय सारिणी
* डायट प्राचार्य द्वारा द्वि सदस्यीय टीम का गठन 30 सितंबर तक। इसमें प्रत्येक विद्यालय के लिए न्याय पंचायत समन्वयक या सह समन्वयक तथा पास के विद्यालय का शिक्षक शामिल होगा।
* डायट प्राचार्य द्वारा द्वि सदस्यीय टीम का गठन 30 सितंबर तक। इसमें प्रत्येक विद्यालय के लिए न्याय पंचायत समन्वयक या सह समन्वयक तथा पास के विद्यालय का शिक्षक शामिल होगा।
* जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) डायट स्तर पर गठित टीम की
सूची 10 अक्टूबर तक विकासखंड स्तर पर भेजेंगे। अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं
अक्टूबर में।
* श्रेणीकरण केलिए गठित टीम 1 से 15 नवंबर तक विद्यालय का भ्रमण कर श्रेणीकरण करेंगी।
* विद्यालय विकास योजना का निर्माण 16 से 20 नवंबर तक।
एनपीआरसी स्तर पर विद्यालयों का निर्धारित प्रपत्र पर श्रेणी का संकलन 26
नवंबर तक। ब्लॉक स्तरीय श्रेणीकरण प्रपत्र संकलन 30 नंवबर तक। जिले स्तर पर
डायट में विद्यालय का श्रेणीकरण प्रपत्रों का संकलन 6 दिसंबर तक।
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