यूपी शिक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी, छात्र की बदली गई आंसरशीट

लखनऊ। शायद ही प्रदेश की कोई शिक्षक भर्ती परीक्षा हो जो विवादों में ना घिरी हो और मामला अदालत तक ना पहुंचा हो, ये क्रम अभी भी जारी है। प्राथमिक स्कूलों में सहायक शिक्षक पद के लिए आयोजित हुई परीक्षा की कॉपी बदले जाने को लेकर एक छात्रा ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले में कोर्ट ने जांच के आदेश दिए है।

यूपी शिक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी, छात्र की बदली गई आंसरशीट

दरअसल अनुसूचित जाति की छात्रा सोनिका देवी ने हाईकोर्ट में याचिका डाली है। जिसमें उसने कहा है कि प्राइमरी स्कूलों में सहायक शिक्षकों के 68,500 पदों के लिए आयोजित हुई परीक्षा में शामिल हुई थी। रिजल्ट में आए नंबरों को लेकर शक जाहिर करते हुए याची ने हाईकोर्ट में याचिका डाली है। इस परीक्षा में याची सोनिका की कॉपी बदले जाने की बात कही है। इस मामले में हाईकोर्ट ने जांच के आदेश दे दिए है।

यह परीक्षा 23 जनवरी 2018 को परीक्षा नियामक प्रधिकरण, एलनगंज इलाहाबाद ने सहायक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन निकाला था। याची ने अनुसूचित वर्ग से लिखित परीक्षा में शामिल हुई और चयनित होने की पूरी आशा थी।

परीक्षा की गाइडलाइंस में लिखित परीक्षा में हिस्सा लेने वाले अपनी उत्तर पुस्तिका की कार्बन कॉपी ले जा सकते है। याची सोनिका ने अपनी उत्तर पुस्तिका से कार्बन कॉपी का मिलाने पर 66 अंक आ रहे थे। जबकि एससी वर्ग में चयनित अंतिम अभ्यर्थी को 60 अंक मिले हैं। इसकी आधार पर आशंका जाहिर करते हुए याची सोनिका ने हाईकोर्ट का सहारा लिया है। इस मामले में हाईकोर्ट ने परीक्षा नियामक के सचिव को 28 अगस्त को अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया था। सचिव ने मूल उत्तर पुस्तिका कोर्ट में पेश की गई तो कार्बन कॉपी से उसका मैच नहीं हुआ। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मामले की सुनाई के लिए 31 अगस्त रखा था।

इस प्रकरण के सामने आने के बाद जस्टिस इरशाद अली ने कहा कि ये मामला हतप्रभ करने वाला है। हाईकोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 17 सितंबर को रखते हुए निर्देश दिए हैं कि याची को 1 से 3 सितंबर के बीच होने जा रही काउंसलिंग में अस्थायी रूप से शामिल होने दिया जाए। याची की मूल उत्तर पुस्तिका की एक कॉपी महाधिवक्ता को दी जाए ताकि वे इसकी विस्तृत जांच करवाएं। इस जांच के संबंध में कोर्ट को अगली तारीख पर जानकारी दें।