ज्ञानपुर। अभिलेखों का सत्यापन नहीं होने से जिले के 167 नए शिक्षकों का
वेतन तैनाती के चार माह बाद भी नहीं मिल सका। इससे उनके सामने आर्थिक संकट
हो गया है। शिक्षकों ने अविंलब वेतन जारी करने की मांग की।
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से 41, 500 शिक्षकों की भर्ती कराई थी।
इनमें अगस्त माह में 167 शिक्षकों की जिले में नियुक्ति हुई,लेकिन सत्यापन लंबित होने से उनका वेतन जारी नहीं हो सका है। ऐसे में शिक्षकों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। परेशान शिक्षक बीआरसी से लेकर जिला मुख्यालय का चक्कर काट रहे हैं। सूत्रों की मानें तो शासन की तरफ से अक्तूबर माह में सत्यापन कार्य में तेजी लाकर शीघ्र वेतन जारी करने का फरमान जारी किया गया, लेकिन अभी तक अभिलेखों का सत्यापन नहीं हो सका। विभाग के अनुसार विभिन्न बोर्ड और विश्वविद्यालयों के अभिलेखों को सत्यापन कराने के लिए भेजा गया है। इसमें हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक, परास्नातक, बीएड, टेट, बीटीसी आदि के प्रमाणपत्रों का सत्यापन होना है। संबंधित बोर्ड या विश्वविद्यालय से सत्यापन होने के बाद ही वेतन जारी होगा। शासन की ओर से निर्देश है कि बिना प्रमाणपत्रों के सत्यापन के वेतन न जारी किया जाए। वहीं प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुधीर सिंह ने विभाग से मांग की है कि सत्यापन प्रक्रिया पूरी कराकर शिक्षकों का वेतन भुगतान अविलंब किया जाए।
सत्यापन के लिए सभी के प्रमाणपत्र भेजे गए हैं। जैसे-जैसे प्रमाणपत्र सत्यापन होकर आएंगे, वैसे-वैसे वेतन जारी किया जाएगा। इसके लिए सभी खंड शिक्षा अधिकरियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि अप्रैल में भर्ती शिक्षकों का सत्यापन आने के बाद उनका वेतन जारी हो रहा है। - अमित कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, भदोही
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से 41, 500 शिक्षकों की भर्ती कराई थी।
इनमें अगस्त माह में 167 शिक्षकों की जिले में नियुक्ति हुई,लेकिन सत्यापन लंबित होने से उनका वेतन जारी नहीं हो सका है। ऐसे में शिक्षकों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। परेशान शिक्षक बीआरसी से लेकर जिला मुख्यालय का चक्कर काट रहे हैं। सूत्रों की मानें तो शासन की तरफ से अक्तूबर माह में सत्यापन कार्य में तेजी लाकर शीघ्र वेतन जारी करने का फरमान जारी किया गया, लेकिन अभी तक अभिलेखों का सत्यापन नहीं हो सका। विभाग के अनुसार विभिन्न बोर्ड और विश्वविद्यालयों के अभिलेखों को सत्यापन कराने के लिए भेजा गया है। इसमें हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक, परास्नातक, बीएड, टेट, बीटीसी आदि के प्रमाणपत्रों का सत्यापन होना है। संबंधित बोर्ड या विश्वविद्यालय से सत्यापन होने के बाद ही वेतन जारी होगा। शासन की ओर से निर्देश है कि बिना प्रमाणपत्रों के सत्यापन के वेतन न जारी किया जाए। वहीं प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुधीर सिंह ने विभाग से मांग की है कि सत्यापन प्रक्रिया पूरी कराकर शिक्षकों का वेतन भुगतान अविलंब किया जाए।
सत्यापन के लिए सभी के प्रमाणपत्र भेजे गए हैं। जैसे-जैसे प्रमाणपत्र सत्यापन होकर आएंगे, वैसे-वैसे वेतन जारी किया जाएगा। इसके लिए सभी खंड शिक्षा अधिकरियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि अप्रैल में भर्ती शिक्षकों का सत्यापन आने के बाद उनका वेतन जारी हो रहा है। - अमित कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, भदोही