शिक्षामित्रों में भविष्य को लेकर चेहरों पर ¨चता साफ , शिक्षा मित्र लड़ेंगे सड़क से सदन तक की लड़ाई, सरकार के ढुलमुल रवैय्ये से परेशान होकर एक बार फिर आंदोलन की राह पकड़ने को मजबूर

शिक्षामित्र से सहायक शिक्षक बनने के करीब खड़े सैकड़ों शिक्षामित्र सरकार के ढुलमुल रवैय्ये से परेशान होकर एक बार फिर आंदोलन की राह पकड़ने को मजबूर हैं।
शिक्षामित्रों ने बैठक कर एक माह के भीतर समायोजन प्रक्रिया पूरी न होने पर सरकार को आंदोलन की चेतावनी के साथ ही आगामी चुनाव में खामियाजा भुगतने को तैयार रहने का दावा किया। सरकार के सिस्टम से परेशान शिक्षामित्रों में भविष्य को लेकर चेहरों पर ¨चता साफ झलक रही थी।
निराला पार्क में रविवार की सुबह 11 बजे आदर्श शिक्षा सहायक वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान सबसे पहले संगठन को मजबूती के साथ खड़ा करने पर विस्तार से चर्चा हुई। इसके बाद प्रदेश संयोजक राकेश बाजपेई ने कहा कि दो सैकड़ा शिक्षामित्र सहायक शिक्षक बनने की कगार पर खड़े हैं लेकिन सरकार केवल आश्वासन तक सीमित है। कई बार सीएम के साथ ही शासन को पत्राचार कर समायोजन प्रक्रिया पूरी कर लेने की मांग की जा चुकी है। मगर बहुत जल्द समायोजन कर दिए जाने की जुबानी के अलावा हकीकत में कुछ भी नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि दीपावली तक सहायक शिक्षक पद पर समायोजन न किया गया तो संगठन सड़क से सदन तक सरकार से लड़ाई लड़ेगा। जिसका शिक्षामित्रों ने तालियों की गड़गड़ाहट से समथर्न किया। तो वहीं सुनील शुक्ला ने कहा कि बीएसए कार्यालय में शिक्षामित्रों से संबंधित शिकायतें महीनों से धूल खा रही हैं। जबकि बेसिक शिक्षा अधिकारी हैं कि शिकायतों के निस्तारण में रुचि ही नहीं ले रहे हैं। इस पर संगठन पदाधिकारियों ने कहा कि बीएसए से बातचीत कर एक माह का समय दिया जायेगा। इसके अलावा रीतेश अवस्थी, तारा ¨सह यादव, पंकज जायसवाल, सचिन शुक्ला, रजनी दवी ने साथियों को संबोधित कर शिक्षामित्रों के हित में काम करने का भरोसा दिलाया। बैठक में रमेश द्विवेदी, श्याम किशोर बाजपेई, प्रदीप यादव, आलोक ¨सह, महेंद्र यादव, वीरेंद्र मिश्र, माणिकचंद्र शुक्ल मौजूद रहे।
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