17 नवंबर के बाद नियुक्ति पाने के लिए याचियों का सैलाब सड़कों पर

इलाहाबाद : अशासकीय विद्यालयों में लिखित परीक्षा और इंटरव्यू वहीं राजकीय कालेजों में एलटी ग्रेड शिक्षकों का मेरिट से चयन युवाओं को मंजूर नहीं है। बीएड अभ्यर्थी राजकीय कालेज के लिए इम्तिहान कराने पर अड़े हैं। बीएड बेरोजगारों ने शुक्रवार को पहले धरना देकर और फिर सड़क पर उतरकर आम लोगों का ध्यान
खींचा। उनका आरोप है कि सरकार उनकी लगातार अनदेखी कर रही है। एक वर्ग की कई बार भर्तियां हुई हैं, लेकिन उन्हें हाशिए पर रखा गया है। युवाओं ने चार सूत्रीय मांगपत्र डीएम को सौंपा है।
बारह लाख बीएड उत्थान जनमोर्चा उप्र इन दिनों आंदोलन की राह पर है। युवाओं ने नारे लगाते हुए कहा कि उनके साथ ज्यादती हो रही है। सूबे में बीएड बेरोजगार पांच साल से शिक्षक बनने की राह देख रहा है। उनकी भर्ती की सुधि किसी को नहीं है। युवाओं ने कहा कि जूनियर व प्राथमिक विद्यालयों में उन्हें नियुक्ति दी जाए। एलटी ग्रेड भर्ती की दो तिहाई सीटें खाली हैं उसके लिए जल्द विज्ञापन जारी हो। इसका चयन मेरिट के बजाए परीक्षा कराकर होना चाहिए।
जूनियर स्कूलों में उर्दू भाषा की तरह अंग्रेजी और संस्कृत भाषा शिक्षकों की भी भर्ती कराई जाए। ऐसे ही माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की टीजीटी व पीजीटी की लिखित परीक्षा और साक्षात्कार समय पर कराया जाए। युवाओं ने बालसन चौराहे से लेकर जिलाधिकारी तक रैली निकाली और ज्ञापन सौंपा। वहां से निकलकर युवा शिक्षा निदेशालय में परिषद सचिव कार्यालय में भी ज्ञापन देने पहुंचे। युवाओं ने यह भी कहा कि 17 नवंबर के बाद नियुक्ति पाने के लिए याचियों का सैलाब सड़कों पर दिखेगा।

sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines