मनमाना पदावनत आदेश पलटा, अंतर जिला तबादलों में अपनी वरिष्ठता गंवाने वाले कई शिक्षक पदावनत होने से बचे

 इलाहाबाद : अंतर जिला तबादलों में अपनी वरिष्ठता गंवाने वाले कई शिक्षक पदावनत होने से बच गए हैं। नौ जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने शिक्षकों को पदावनत कर दिया था, लेकिन बेसिक शिक्षा परिषद ने
गड़बड़ी पकड़ी और बीएसए का आदेश पलट दिया है।
संबंधित शिक्षकों को मूल पद पर ही नियुक्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है। शिक्षकों का कहना है कि तबादले में इस तरह की गड़बड़ी और भी कई जिलों में हुई है, लेकिन परिषद तक प्रकरण न जाने से न्याय नहीं मिला। 1बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों का तीन वर्ष बाद इसी साल अंतर जिला तबादला हुआ।
इसमें 15 हजार से अधिक शिक्षकों को अपने पसंदीदा जिले में जाने का मौका मिला है। इस स्थानांतरण में शिक्षकों को जिला बदलते ही अपनी वरिष्ठता गंवानी पड़ी, साथ यह भी निर्देश था कि शिक्षक जिस जिले में जा रहे हैं वहां यदि उनके बैच के शिक्षकों का प्रमोशन नहीं हुआ है तो तबादला पाने को भी पदावनत होना पड़ेगा। इसी आधार पर प्रदेश के संभल, फतेहपुर, रामपुर, बाराबंकी, अमेठी, कासगंज, बलरामपुर, शाहजहांपुर और कौशांबी से 17 शिक्षकों का तबादला प्रतापगढ़ के लिए हुआ था। तबादले पर जाने वाले शिक्षक मूल जिले में प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय एवं सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत थे, किंतु सभी को सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय के पद पर पदावनत कर प्रतापगढ़ में कार्यभार ग्रहण करने के लिए कार्यमुक्त किया गया।1दरअसल, प्रतापगढ़ के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी नौ जिलों के बीएसए को सूचना दी थी कि उनके जिले में आने वाले शिक्षकों के बैच के अध्यापकों का प्रमोशन उस समय तक नहीं हुआ है। ज्ञात हो कि अंतर जिला तबादले में शिक्षकों के कार्य मुक्त करने से पहले वहां के बीएसए ने दूसरे जिले के अपने समकक्ष से इस संबंध में जानकारी ली थी।

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