72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती एक दर्जन जिलों में भर्ती संतोषजनक नहीं

72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती भले ही लगभग दो सालों से चल रही हो लेकिन अब भी यह पूरी नहीं हो पाई है। एक दर्जन से ज्यादा जिलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती की प्रगति खराब है। आला अधिकारियों ने इस पर नाराजगी जताई है।

बीते दिनों हुई एक बैठक में सामने आया कि लगभग एक दर्जन जिले ऐसे हैं जहां अब भी भर्ती पूरी नहीं हो पाई है। इनमें सीतापुर व लखीमपुर खीरी जैसे जिले भी शामिल हैं जहां 6 हजार से ज्यादा रिक्तियां थीं। वहीं हरदोई, बलरामपुर, शाहजहांपुर, सुलतानपुर, गोण्डा, सोनभद्र, बहराइच, श्रावस्ती समेत कई जिलों में भर्ती की गति धीमी है। ऐसा तब है जब इस भर्ती की निगरानी सुप्रीम कोर्ट कर रहा है। अब शासन ने निर्देश दिए हैं कि इन्हें जल्द पूरा किया जाए। इस भर्ती की सुनवाई नवम्बर के दूसरे पखवाड़े में सुप्रीम कोर्ट में होनी है।
हालांकि ज्यादातर जिलों में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी न मिलने के कारण सीटें नहीं भर पाई हैं। वहीं कई जिलों में ऐसा भी हुआ जहां अभ्यर्थियों ने चयनित होने के बाद भी सीट छोड़ दी क्योंकि इस दौरान चल रही अन्य शिक्षक भर्तियों में उनका चयन किसी मनचाहे जिले में हो गया था। बहराइच, श्रावस्ती, सोनभद्र कुछ ऐसे ही जिले हैं जहां अभ्यर्थियों ने चयनित होने के बाद भी कार्यभार ग्रहण नहीं किया।
इस भर्ती के लिए 2011 में आवेदन लिए गए थे लेकिन भर्ती की प्रक्रिया 2013 दिसम्बर में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शुरू हुई। अब सुप्रीम कोर्ट इस पर लगातार नजर रखे हुए है।
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