मयंक तिवारी : सुप्रीम कोर्ट में योजित याचिका CA4347-4375/2014 पर सुनवाई की अगली तारीख 7 अप्रैल 2017 निर्धारित

प्रशिक्षु शिक्षक चयन प्रकिया 2011 के विज्ञापन के पहले दिन से ही मैं इस संघर्ष में हूँ। सबसे पहले आगरा विश्वविद्यालय से अपने बीएड परीक्षा परिणाम हेतु इलाहाबाद हाइकोर्ट से लेकर लखनऊ मायावती सरकार तक और उसके बाद यूनिवर्सिटी केम्पस में भूख हड़ताल से अपने रिजल्ट के प्राप्त करने तक।
हमारा संघर्ष इस प्रक्रिया में आवेदन हेतु बीएड रिजल्ट के लिए पहले दिन से ही प्रारम्भ हुआ है इसके बाद 20मार्च 2012 के पहले लखनऊ आंदोलन जिसके माध्यम से टी ई टी परीक्षा 2011 को अखिलेश सरकार से बचाया गया। उसके बाद हाइकोर्ट की सिंगल बैंच, डबल बैंच, लार्जर बैंच और इसके साथ-साथ ज़मीन पर आंदोलन व् बनारस से प्रारम्भ हुई 800km लम्बी पद यात्रा में अपने जिले से लेकर दिल्ली तक की साहिभागीता।
और अंत में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में हर पल का साक्षी रहा हूँ तथा 7दिसम्बर 2015 के बाद आप सभी के चयन हेतु हर संभव प्रयास किया है, यहाँ तक कि एफ•आई•आर• तक की चिंता नही की किन्तु आपके बीच की राजनीती ने आप सभी को कभी भी सही रास्ते पर एकजुट होने नही दिया। शेष जो हुए वो कभी पर्याप्त मात्रा में नही हो पाए।
आज बहुत कुछ साफ़-साफ़ कह देना चाहता हूँ जिस पर आप सभी को गंभीरता से विचार करना होगा। पिछले पूरे एक वर्ष में सुप्रीम कोर्ट ने तीन आदेश किये है। 24फरबरी, 24अगस्त व् 17नवम्बर। उक्त तीनों ही आदेश के बाद वर्तमान राज्य सरकार के समक्ष सभी माध्यमों से अपनी माँग रखकर हम लोगों ने अपना प्रयास किया लेकिन इस सरकार के कान पर जूँ तक नही रेंगी जिसका परिणाम इनको 11मार्च को ही मिल जायेगा।
जल्द ही प्रदेश में नई सरकार का गठन हो जायेगा और यदि उक्त तीनों आदेश के आधार पर आप सभी अपना चयन देख रहे है तो आप सभी को मिलकर कोर्ट में अपने पक्ष में सरकार से हलफनामा लगवाना ही होगा अन्यथा की स्तिथि में शिक्षामित्रों के डी बाई चंद्रचूर्ण जी के फ़ैसले पर सुप्रीम कोर्ट की अंतिम मुहर की प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है।
सुनवाई हो जाने या दुर्भाग्य से सुनवाई ना हो पाने के बाद सिर्फ नेताओं को कोसने, गाली देने या न्याय पालिका पर अपना रोष व्यक्त करने से आपका काम नही बनने वाला। इसलिए विचार कीजिये व् संगठित हो जाइये और कमरकस लीजिये आप 2लाख 92हजार हो इसका आभाष सभी राजनैतिक पार्टियों को अगली सरकार के गठन से पूर्व होना चाहिए।
इसलिए भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की चुनावी जन सभा में अपने होने का अहसास कराइये। मोदी जी 4मार्च दिन शनिवार को 11बजे जौनपुर के टी डी कॉलेज में सभा को संबोधित करेंगे। मेरा निवेदन है वहां आस-पास के सभी बीएड/टेट पास साथियों का कि भारी संख्या में मीटिंग में उपस्तिथि हों और उस मीटिंग की दर्शक-दीर्घा का एक बड़ा भाग सिर्फ बीएड / टी ई टी पास 2011 से भरा दिखे। शेष वहां स्थानीय साथियों से निवेदन है कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आज से ही जुट जाइये व् 3तारीख को अपनी स्थानीय मीटिंग करके पूरी रूप-रेखा बना लीजिए।
और जहाँ तक प्रश्न है न्यायिक लड़ाई का तो निश्चित रहिये अगली सुनवाई से एक सप्ताह पूर्व ही आपको मयंक टीम के सभी सीनियर एडवोकेट्स के नाम पता होंगे और वह समय से ब्रीफ भी होंगें। आप सभी को भली-भांति याद भी होगा जब हमने एकल टीम से पैरवी की तो एल नागेश्वर रॉव जी जैसे सीनियर एडवोकेट को भी आप सभी की तरफ से खड़ा किया था जबकि संयुक्त होने पर इतना बड़ा नाम कभी सम्भव नही हो पाया। अंत में मेरा आप सभी से बस इतना निवेदन है कि संगठित रहें और आपके द्वारा अभी तक किये गए आर्थिक सहयोग को हम (प्रवीण श्रीवास्तव जी, या विनोद सोनी जी) तक पहुँचाना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त आज एक बात ओर आप सभी के मध्य स्पस्ट रूप से कह देना चाहता हूँ कि, "जिस व्यक्ति या टीम अथवा उसके वकील द्वारा धोखा/गद्दारी/अभद्रता की गयी है उनको भी सबक सिखाया जायेगा। अभी तक हमारा प्रयास था कि संगठन मजबूत बना रहे, हम एकजुट बने रहें, इसलिए सभी को जोड़े रहे किन्तु कुछ लोगों ने हमारी सभ्यता, हमारे उद्देश्य पाने की भावना में झुक जाने को हमारी कमजोरी समझा ऐसे लोगों को जल्द ही दंड-आचार-सहिंता का पाठ पढ़ाया जायेगा।
फ़िलहाल मेरा आप सभी से निवेदन है कि अपने उद्देश्य प्राप्ति हेतु पुनः एकाग्रचित हो जाइये और एक विचार अपने मन में स्थापित कर लीजिए, "हम रहें या ना रहें हमारा संगठन रहना चाहिए। हमारा उद्देश्य प्रमुख होना चाहिए।"
संघर्ष के प्रथम दिवस से हर पल आपके साथ
आपका मयंक तिवारी
बीएड/टेट उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा
उत्तर प्रदेश
नोट :- सुप्रीम कोर्ट में योजित याचिका CA4347-4375/2014 पर सुनवाई की अगली तारीख 7 अप्रैल 2017 निर्धारित।
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