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भाई दूज पर महिला शिक्षामित्रों का छलका दर्द, सीएम योगी से बड़ी उम्मीद

आगरा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह रक्षाबंधन पर प्रदेश की बहनों को मुफ्त में रोडवेज बस यात्रा का उपहार दिया था, उसी तरह अब शिक्षामित्र बहनों ने भैया दूज का उपहार सीएम योगी आदित्यनाथ से मांगा है।
शिक्षामित्र महिलाओं का कहना है कि उन्हें उम्मीद है, कि सीएम योगी उन्हें निराश नहीं करेंगे। अपनी बहनों का परिवार बर्बाद नहीं होने देंगे। उनका कहना है कि उपहार के रूप में सीएम योगी उन्हें उनकी नौकरी दे दें, जिससे वे अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें।
ये कहना है बहनों का
शिक्षामित्र ममता यादव ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ से उम्मीद है, कि इस भाई दूज वे उपहार के रूप में उनकी नौकरी जरूर वापस देंगे। खूब धरने दिए, खूब आंदोलन हुआ, कई शिक्षामित्र साथी नौकरी जाने के गम में ये दुनिया छोड़कर चले गए। अब किसी के साथ कुछ गलत नहीं होने देंगे, सीएम योगी नौकरी का उपहार जरूर देंगे। वहीं सुमन का कहना है कि सीएम योगी आदित्यनाथ सभी का दर्द समझते हैं, तो वे प्रदेश की हजारों शिक्षामित्र महिलाओं का भी दर्द समझेंगे। उन्होंने मांग की, कि सीएम योगी ऐसा उपहार दें, जिससे उनका जीवन बर्बाद न हो। वहीं शिक्षामित्र संगीता ने बताया कि इस दिवाली पर कोई खुशी नहीं मिली। भाई दूज पर भाई का इंतजार है। इतने पैसे नहीं है, कि भाई के पास जा सकें। अब न तो मानदेय मिल रहा है और नाहीं वेतन। पिछले चार महीनों से परेशान हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ से राहत की उम्मीद है।

ये रखी मांग
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि शिक्षामित्रों की ओर से मांग रखी गई कि सुप्रीम कोर्ट को 25 जुलाई को जो समायोजन रद्द करने का आदेश दिया गया है, उसके बाद शिक्षामित्रों का भविष्य तय प्रदेश सरकार को करना है। किस रास्ते से शिक्षामित्रों को शिक्षक बनाया जाए, इसके लिए उपाय खोजे जाएं, जिससे सुप्रीम कोर्ट की अवमानना भी न हो और शिक्षामित्र भी समान वेतन पा सकें।

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