माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सभी के विरूद्ध सबंधित पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही वेतन की रिकवरी कराने के निर्देश दिए हैं।
निदेशक का आदेश मिलते ही विंध्याचल मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक कामता प्रसाद पाल ने जिला विद्यालय निरीक्षक देवकी सिंह को फर्जी पाए जाने वाले सातों अध्यापकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाने और वेतन की धनराशि की रिकवरी के भी निर्देश दिए हैं। जेडी पाल के अनुसार माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के लिपिकों की दुरभि संधि कर कूट रचित आदेश के माध्यम से लालगंज के उसरी पांडेय स्थित राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पर तैनात स्नातक वेतन क्रम (एलटी) संवर्ग क्रमर्श सविता रावत, मनीषा रावत, विवेक कुमार रोशन कुमार मिश्र राउमावि पटेहरा हलिया, मोनिका श्रीवास्तव तथा बिंदु सिंह राउमावि नदिनी छानबे, गीता यादव, राउमावि भुईली खास जमालपुर पर प्रदेश के विभिन्न राजकीय विद्यालयों पर अपनी नियुक्ति दिखाई।
इसके बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से स्थानांतरण करवा कर जिले में आईं। तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक और उनके लिपिकों से मिलकर नियुक्ति पाली। नियुक्ति वाले विद्यालयों पर बेखौफ अध्यापन कार्य करने लगे। इसी बीच डीआईओएस ने सदाशयता दिखाते हुए वेतन भी लगा दिया, जबकि बिना सत्यापन के वेतन नहीं दिया है।