टीजीटी-पीजीटी 2020: प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक चयन का प्रस्ताव लंबित, यूपी बोर्ड की हाईस्कूल से स्नातक तक के नए विषयों को जोड़ने की पहल

 एडेड माध्यमिक कालेजों की प्रवक्ता व प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक की सबसे बड़ी भर्ती 2020 में विषयों की अर्हता को लेकर विवाद छिड़ा है। पदों के सापेक्ष चयन की पुरानी डिग्री व डिप्लोमा को लेकर मान्य करने से

प्रतियोगी आहत हैं। अहम बात यह है कि एडेड माध्यमिक कालेजों की अर्हता यूपी बोर्ड तय करता है। बोर्ड प्रशासन ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट से लेकर स्नातक तक में विषयों के नाम बदलने व नए-नए पाठ्यक्रम शामिल करने का प्रस्ताव काफी पहले भेजा था। जो कि शासन में अब तक लंबित है।



असल में, माध्यमिक शिक्षा परिषद ने नौ जुलाई 2018 को माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र को पत्र भेजा था कहा था कि हाईस्कूल स्तर पर जीव विज्ञान, संगीत सहित आठ विषय नहीं हैं। यह पत्र मिलते ही चयन बोर्ड ने 2016 विज्ञापन के इन विषयों के पद निरस्त कर दिए थे। कोर्ट में जीव विज्ञान विषय का प्रकरण पहुंचा और आदेश हुआ कि उसकी लिखित परीक्षा कराई जाएगी। साथ ही कोर्ट ने अर्हता में भी बदलाव करने के निर्देश दिए थे।

यूपी बोर्ड ने 20 मार्च 2018 को ही शासन को अर्हता में संशोधन के लिए प्रस्ताव भेजा था, क्योंकि अफसरों को अंदाजा था कि घोषित पद निरस्त होने से अभ्यर्थी कहां जाएंगे और वह किस तरह से आवेदन कर सकेंगे। प्रस्ताव में हाईस्कूल से लेकर स्नातक तक के अद्यतन विषयों को समाहित किया गया है, ताकि अभ्यíथयों को आवेदन में दिक्कत न हों। बोर्ड ने इंटर के विषयों में एमएससी और हाईस्कूल में बीएससी व अन्य समकक्ष डिग्रियों को जोड़ा है। ज्यादातर में यही लिखा है कि मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से डिग्री हासिल हो। शारीरिक शिक्षा में बीपीएड, बीपीई आदि जोड़ा गया है। ऐसे ही संगीत गायन व वादन में भारतखंडे और प्रयाग संगीत समिति के अलावा कुछ अन्य डिग्रियों को समाहित किया गया है।

’>>यूपी बोर्ड की हाईस्कूल से स्नातक तक के नए विषयों को जोड़ने की पहल

’>>जीव विज्ञान विषय की सुनवाई में कोर्ट का अर्हता तय करने का निर्देश

इन विषयों का भेजा था प्रस्ताव

इंटरमीडिएट : भौतिक विज्ञान, जीव विज्ञान, कृषि, चित्रकला, संगीत, नृत्य कला, नैतिक शिक्षा, खेल व शारीरिक शिक्षा।

हाईस्कूल : कृषि, चित्रकला, विज्ञान, नैतिक शिक्षा, चित्रकला, संगीत, शारीरिक शिक्षा व खेल।

कला का प्रत्यावेदन भेज रहे

यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि कला विषय का प्रत्यावेदन भी निदेशक माध्यमिक शिक्षा को भेज रहे हैं।