वाराणसी। परिषदीय स्कूलों के शिक्षक अब स्कूल जाने से बच नहीं पाएंगे। नए शैक्षिक सत्र में अनिवार्य रूप से शत-प्रतिशत परिषदीय स्कूलों में प्रेरणा एप प्रभावी होगा। शिक्षकों को विद्यालय में खड़े होकर दो बार सेल्फी के साथ अपनी हाजिरी इस एप पर लगानो होगी। एप व्यवस्था लागू करने के लिए विभाग ने खधा भी दूर कर ली है। जल्द ही सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को टेबलेट देने के लिए शासन मे मंजूरी दे दी है.
बेसिक शिक्षा विभाग ने पिछले सत्र में प्रेरणा एप लागू किया था। लेकिन प्राथमिक शिक्षक संघ ने अपमे मोबाइल में एप डाउनलोड करने से साफ मन्रा कर दिया था। इस एप के माध्यम से सभी शिक्षकों को स्कूल पहुंचने और बंद करते समय स्कूल भवन और बच्चों के साथ अपनी फोटो भेजनी थी। इसके साथ ही एमडीएम पकाते और खाते समय का फोटो भी भेजना था। प्रेरणा एप व्यवस्था लागू होने से शिक्षकों को समय से स्कूल पहुंच कर पूरे समय स्कूल में उपस्थिति अनियार्य थी। इसलिए शिक्षक संगठनों ने इसका विरोध किया था। शिक्षकों ने विभाग से मोबाइल उपलब्ध कराने पर एप के माध्यम से काम करने को कहा था। ऐसे में विभाग ने सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को मोबाइल के बजाय टेबलेट उपलब्ध कराने को हरी झंडी दे दी है। इसके लिए शासन पहले चरण में वाराणसी, फतेहपुर जैसे 18 जिले के बीएसए को पत्र भेजा है, जिसमें जल्द ही प्रशिक्षण कराने को भी कहा गया है। एप लागू होने के पहले जिले को 1144 टेबलेट उपलब्ध कराए जाएंगे। इसमें 791 प्राथमिक, 133 उच्च प्राथमिक, 220 safe के प्रधानाध्याफ शामिल हैं। बोएसए राकेश सिंह का कहना है कि नए शैक्षिक सत्र में शत-प्रतिशत स्कूलों को टेबलेट उपलब्ध करा दिए जाएंगे। शिक्षकों को दिन में दो मार उपस्थिति दर्ज कराना अनिवार्य होग। हाजिरी न दे पने वाले शिक्षकों को अनुपस्थित मानते हुए कार्रवाई को जाएगी।