सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए छात्रों की बायोमेट्रिक हाजिरी लेगा। यह प्रयोग पहली बार किया जा रहा है। नया सिस्टम लागू होने के बाद परीक्षा के दौरान मूल परीक्षार्थी की जगह दूसरे को परीक्षा में बैठाने से रोका जा सकेगा। बताया जा रहा है कि आने वाले समय में स्कूलों में भी अटेंडेंस के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम लागू किया जा सकता है।
परीक्षा कक्ष में बैठने के बाद शुरू होगी अटेंडेंस
बायोमेट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस परीक्षा कक्ष में ली जाएगी। बोर्ड पहले इस व्यवस्था को प्रायोगिक तौर पर 12 वीं की बोर्ड परीक्षा में लागू करेगा। परीक्षार्थियों को कक्ष में बैठने के बाद हाजिरी लेने की प्रक्रिया शुरू होगी। अब तक परीक्षार्थी की पहचान प्रवेश पत्र पर लगे फोटो को देखकर की जाती थी। अब परीक्षार्थियों की पहचान डिजिटल तरीके से होगी। नई व्यवस्था लागू होने से परीक्षार्थियों को पहचानने में आसानी होगी। कोई परीक्षार्थी फर्जी निकला तो उसे परीक्षा दौरान ही पकड़ा जा सकेगा।
चार मई से शुरू होंगी सीबीएसई की परीक्षाएं
सीबीएसई 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षा चार मई से शुरू होकर 10 जून तक चलेगी। 10 जुलाई तक नतीजे घोषित करने तैयारी है। सीबीएसई ने कोरोना गाइड लाइन का ध्यान रखते हुए परीक्षा कराने का निर्देश दिया है। बोर्ड की ओर से प्रयोगात्मक परीक्षाएं एक मार्च से शुरू हो रही हैं। सीबीएसई ने जहां एक तरफ टाइम टेबल के साथ प्रयोगात्मक परीक्षाओं की तिथि जारी कर दी है वहीं यूपी बोर्ड की ओर से अभी तक केंद्र का निर्धारण तक नहीं हो सका है। परीक्षा केंद्र तय किए जाने के बाद प्रयोगात्मक परीक्षा और परीक्षा कार्यक्रम जारी होगा।