तैयारी : नए सत्र में होंगे खण्ड शिक्षा अधिकारियों (BEO) के तबादले, एक ही जिले में जमे राडार पर

 लखनऊ : नए शैक्षिक सत्र में खण्ड शिक्षा अधिकारियों के तबादले की तैयारी है । तबादला सूची की गड़बड़यों पर शिकंजा कसने के लिए तीन, 10, 15 और 20 साल से एक ही जिले या मण्डल में जमे बीईओ की सूचियां अलग-अलग बनेगी।


इसके बाद ही तबादले की सूची तैयार होगी। तबादले का आधार परफार्मेंस भी बनेगी। सभी 880 ब्लॉकों के बीईओ की सूची महानिदेशक ने तलब की है।

नियम व परफार्मेंस बनेगी तबादले का आधार : तबादलों की कमान महानिदेशक के संभालने के पीछे कारण यह है कि हर बार तबादले तो होते हैं लेकिन केवल खानापूरी ही होती है। पिछली बार खण्ड शिक्षा अधिकारियों के तबादले 2018 में हुए थे लेकिन उस समय भी नियमों को ताक पर रखने की खबरें आई थीं। उस समय की सूची में वर्षों से एक जिले में जमे रहे बीई ओ साल भर के अंदर ही पुराने जिले और मण्डल में वापस पहुंच गए थे।

हालांकि बीईओ के तबादले प्रयागराज से किए जाते हैं लेकिन इस बार महानिदेशक ने सूची तलब की है। नियमानुसार एक जिले में तीन वर्ष और एक मण्डल में सात वर्ष से ज्यादा समय पूरा करने वाले अधिकारियों को दूसरे जिले या मण्डल में भेजा जाता है।

बीईओ पर लगते हैं उत्पीड़न के आरोप : कई बार शिक्षकों की छुट्टियों और निरीक्षण को लेकर बीईओ द्वारा उत्पीड़न भी किया जाता है । एक ब्लॉक में तीन और जिले में 10, 15 व 20 साल पूरी करने वाले बीईओ की सूचियां अलग-अलग बनेगी और इस बार सिर्फ सेवाकाल ही नहीं बल्कि परफार्मेंस को भी आधार बनाया जाएगा । परफार्मेस का आकलन प्रेरणा पोर्टल के मार्फत किया जाएगा ।