Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को ठप कराने की तैयारी : चयन बोर्ड में न्यायालय की पहुंची कई नोटिसें

राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र को ठप कराने की तैयारी है। बुधवार को जिस तरह से चयन बोर्ड में न्यायालय की नोटिसें पहुंची हैं उससे ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं।
बोर्ड की सभी गतिविधि ठप कराने की योजना में जो शामिल हैं उन्हें भले ही अपेक्षित सफलता न मिल पाए, लेकिन तैयारी में कहीं कोई कमी नहीं है। यह सब तब हो रहा है जब दो सदस्यों ललित श्रीवास्तव एवं अनीता यादव के कामकाज पर न्यायालय ने रोक लगाई है।
 1चयन बोर्ड में बुधवार को एक के बाद एक न्यायालय से कई नोटिसें पहुंची हैं। यह नोटिसें चयन बोर्ड के अध्यक्ष की नियुक्ति के साथ ही सदस्यों पर अंगुली उठा रही हैं। खास बात यह है कि बोर्ड में जितने भी सदस्य बचे हैं लगभग सभी की घेराबंदी की गई है। यही नहीं सब पर अलग-अलग तरह के आरोप भी जड़े गए हैं। चयन बोर्ड में विनय कुमार रावत और मुहम्मद उमर लंबे समय से सदस्य हैं और इन पर अब तक अंगुली नहीं उठी थी, लेकिन इस बार उनकी योग्यता पर भी सवाल उठा है। ऐसे ही नए सदस्य नागेंद्र नाथ यादव एवं नगेंद्र सिंह यादव ने कुछ माह पहले ही कार्यभार ग्रहण किया उनके चयन को चुनौती दी गई है। वहीं बेसिक शिक्षा अपर निदेशक पद से सेवानिवृत्त हुईं कुमारी रमेश शर्मा तक की नियुक्ति को गलत बताया जा रहा है। इसमें कहा गया है कि सदस्य का आवेदन निकलने पर एक ही दावेदार आया और शासन ने उस पर मुहर लगा दी। इसमें मानकों की अनदेखी गई है।
ज्ञात हो कि चयन बोर्ड में सदस्यों के दो पदों पर अपर निदेशक से सेवानिवृत्त अफसरों की तैनाती की जा सकती है। इसके बाद भी उनके चयन को भी गलत बताया जा रहा है। ऐसे ही चयन बोर्ड अध्यक्ष की नियुक्ति व अन्य कार्यो को निशाने पर रखा गया है। इन मामलों की सुनवाई कब होगी यह अभी तय नहीं है, लेकिन न्यायालय के रुख पर ही अब चयन बोर्ड का भविष्य है। 1इस समय चयन बोर्ड के कुछ सदस्य तेजी से हो रहे कामकाज को लेकर अंदरूनी राजनीति कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर स्नातक शिक्षक एवं प्रवक्ता 2011 एवं 2013 में शामिल होने वाले युवा प्रश्नों एवं गलत वर्तनी आदि को लेकर चयन बोर्ड पर हमलावर हैं। ऐसे में बोर्ड भी यह समझ नहीं पा रहा है कि आखिर उसे निशाने पर लेने वाले शख्स हकीकत में हैं कौन? लेकिन इतना तय है कि यदि अब नए सदस्य या अध्यक्ष कोर्ट की सुनवाई में घिरे तो फिलहाल नियुक्तियां होने की सारी उम्मीदें खत्म हो जाएंगी।
undefined
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines

latest updates

latest updates