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शिक्षा से ही से संभव होगा राष्ट्र का विकास‘, विद्यार्थी सेवा संगम एवं सहायता केंद्र ने बच्चों को दी पाठ्य सामग्री

सामाजिक समरसता के बिना समाजिक उत्थान नहीं हो सकता। यह समरसता आती है शिक्षा से। समाज शिक्षित होगा तभी राष्ट्र का विकास हो सकता है, अन्यथा अराजकता के सिवाय कुछ नही हासिल होगा। आरएसएस के विभाग प्रचारक मनोज जी ने उक्त बातें कही।
वह रविवार को विद्यार्थी सेवा संगम एवं सहायता केंद्र दारागंज द्वारा आयोजित निर्धन बच्चों को बस्ता व पाठ्य सामग्री वितरण समारोह में बतौर मुख्यवक्ता बोल रहे थे। कहा कि समाज में अनेकों बुराइयां हैं, जिन्हें शिक्षा के प्रकाश से दूर किया जा सकता है।
उन्होंने बस्ती व झोपड़ी में रहने वाले लोगों के उत्थान को उन्हें शिक्षा से जोड़ने पर बल दिया। 1कहा कि समाज के आखिरी व्यक्ति को शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यक्तित्व निर्माण की मुहिम से जोड़ने को सामूहिक प्रयास करना होगा। स्वामी विद्यात्मतीर्थ ने कहा कि अशिक्षित होना सामाजिक बुराई है जिसे दूर करने को सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है। व्यंकटेश्वर प्रसाद पांडेय ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से समाज को जोड़ा जा सकता है। अध्यक्षता कर रहे हाईकोर्ट बार के पूर्व अध्यक्ष राधाकांत ओझा ने कहा कि शिक्षा ही प्रत्येक व्यक्ति के अंदर का अंधकार दूर होता है। उन्होंने रोजगारपरक के साथ संस्कारयुक्त नैतिक शिक्षा देने पर जोर दिया। संचालन अभिषेक व आभार प्रद्युम्न ने ज्ञापित किया। इस दौरान विवेक, संजीव, अनुराग, डॉ. राणाकृष्ण पाल, श्रवण दुबे, शिवप्रकाश, विद्याशंकर, रामसुधार, जितेंद्र, कृष्णा राव, सुनील मौजूद रहे। 1संयोजकों की हुई नियुक्ति 1विद्यार्थी सेवा संगम एवं सहायता केंद्र दारागंज ने बस्ती व गरीब बच्चों को शिक्षित एवं संस्कारित करने के उद्देश्य से टीम का गठन किया। इसके तहत संगम सेवा बस्ती का कमलाशंकर, पूरापड़ाईन परेड का अमन सोनकर, हैजा अस्पताल का रज्जू भैया, सेवा केंद्र का विवेक, नागवासुकी क्षेत्र सरैंया बस्ती का प्रद्युम्न व मुख्य केंद्र का संयोजक मधु यादव को बनाया गया।

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