वित्तविहीन शिक्षकों ने आरपार की लड़ाई का किया फैसला

कानपुर देहात, जागरण संवाददाता : डीआईओएस व शिक्षकों के बीच सुलग रही ¨चगारी अब पूरी तरह से भड़क चुकी है। डीआईओएस दफ्तर के बाहर शिक्षक धरना देकर उन्हें कोस रहे हैं। यही नहीं 30 नंवबर को डीआईओएस के पुतले की शव यात्रा निकालने की तैयारी है।
माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक संघ ने डीआईओएस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा उनके खिलाफ कार्यालय के बाहर धरना शुरु कर दिया है। धरने के दूसरे दिन उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश बागी ने कहा कि डीआईओएस के मनमाने रवैये को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी हैं। परीक्षा केंद्र बनाए जाने के नाम पर कालेज संचालकों का जमकर शोषण किया गया। उनकी मांगे पूरी न करने वाले कालेजों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया। आरोप लगाया कि परीक्षा केंद्र निर्धारण में एक से दो लाख रूपए वसूले गए। उन्होंने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय देने के लिए प्रदेश सरकार धन आवंटित कर चुकी है।
 ¨कतु डीआईओएस प्रेम प्रकाश मौर्य प्रबंधक व प्रधानाचार्यों के हस्ताक्षर प्रमाणित करने के नाम पर प्रति विद्यालय से 40 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं। मांग पूरी न होने पर उनके हस्ताक्षर प्रमाणित नहीं किए जा रहे हैं। प्रधानाचार्य परिषद के जिलाध्यक्ष सुशील यादव ने कहा कि 30 नवंबर को माती मुख्यालय परिसर में डीआईओएस के पुतले की शव यात्रा निकाल कर उसे आग के हवाले किया जाएगा। संगठन ने आरपार की लड़ाई लड़ने का फैसला किया है। इस मौके पर रामफल कटियार, नीलम कटियार, जसवंत ¨सह, प्रेमनरायन, धर्म ¨सह, सीमा कटियार, अंजना मिश्रा, मानवेंद्र ¨सह आदि मौजूद रहे।
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