न आवेदन न इंटरव्यू और मिल गई नौकरी : बेसिक शिक्षा विभाग का एक नया कारनामा

जितेन्द्र पाण्डेय, गोरखपुर। बेसिक शिक्षा विभाग का एक नया कारनामा सामने आया है। एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों के चार खाली पदों में से तीन पर ऐसे लोगों की नियुक्ति कर दी गई जिन्होंने इंटरव्यू तो दूर आवेदन तक नहीं किया था।
नियम-कायदे को ताक पर रखकर नौकरी पाये इन शिक्षकों ने बच्चों को पढ़ाना भी शुरू कर दिया। अचानक आई एक शिकायत ने इस गड़बड़झाले को सामने ला दिया है।
अब अधिकारी जांच और कार्यवाही का हवाला दे रहे हैं जबकि इस गड़बड़झाले के लिए उनके अपने विभाग के लोग जिम्मेदार हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित जनता पूर्व माध्यमिक विद्यालय हरिहरपुर में चार शिक्षक पद रिक्त थे। जिस पर नियुक्ति के लिए विभाग ने आवेदन मांगा। 24 लोगों ने आवेदन किया और इंटरव्यू भी दिया लेकिन जब सूची तैयार हुई तो उसमें 24 की जगह सिर्फ 19 का ही नाम प्रकाशित हुये। इन 19 में से दो शिक्षकों को चयनित किया गया और दो को प्रतीक्षा सूची में रखा गया।
लेकिन जब चारों पदों पर ज्वाइनिंग हुई तो चयनित शिक्षकों में से सिर्फ एक ने ज्वाइन किया। शिक्षक बनने वालों में से तीन ऐसे थे जिन्होंने आवेदन तक नहीं किया था। उनके नाम न तो आवेदन करने वालों की सूची में थ। न इंटरव्यू के बाद बनी 19 की सूची में। इतना ही नहीं विभागीय अधिकारी ने एक ऐसे शिक्षक को बाहर का रास्ता दिखा दिया जो इंटरव्यू प्रक्रिया में शामिल होकर चयनित हुआ था। उसकी जगह एक महिला को ज्वाइन कराया गया।
मामले की जानकारी होने पर स्कूल प्रबंध समिति ने इसकी जानकारी बीएसए को दी। वहां से कोई कार्यवाही नहीं हुई तो प्रबंध समिति ने एडी बेसिक से शिकायत की। अब एडी बेसिक ने इस पर जांच बिठा दी है।
जांच कराई जा रही है। दस्तावेजों को देखकर पूरी नियुक्ति प्रक्रिया ही फर्जी लग रही है। जांच में शिकायत की पुष्टि होने पर नियुक्तियों को निरस्त कर दोबारा आवेदन मंगाकर प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
डा.सत्य प्रकाश त्रिपाठी, एडी बेसिक सप्तम मण्डल
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines