शिक्षक भर्ती में नहीं जुड़ेंगे बाजारू ‘जर्नल’ के अंक, नए मानक तय

इलाहाबाद 1 इलाहाबाद विश्वविद्यालय सहित सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में बाजारू जर्नल के अंक नहीं जोड़े जाएंगे। चाहे संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों की प्रोन्नति हो या सीधी भर्ती। अब निर्धारित मानकों के रिसर्च जर्नल में प्रकाशन पर ही एपीआइ (एकेडेमिक परफार्मेस इंडीकेटर) में जोड़े जाएंगे।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इस संबंध में पत्र जारी कर देशी और विदेशी रिसर्च जर्नल के नामों की घोषणा कर दी है।1कला, विज्ञान, विधि, मानविकी, इंजीनियरिंग, मेडिकल सहित विभिन्न संकायों के शिक्षकों एवं शैक्षिक पदों की भर्ती और प्रोन्नति में एकेडमिक परफार्मेस इंडीकेटर यानि ‘एपीआइ’ स्कोर की आवश्यकता पड़ती है। ‘एपीआइ’ के आधार पर असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर की सीधी भर्ती या प्रोन्नति की प्रक्रिया पूरी होती है। इसमें गैर मानक वाले शोधपत्रों को शामिल कर एपीआइ का स्कोर बढ़ा लिया जाता है। बाजार में छपने वाले सामान्य जर्नल जिनका आइएसएसएन (इंटरनेशनल स्टैंडर्ड सीरियल नंबर) किसी प्रकार से हासिल कर लिया जाता है, उसमें निर्धारित शुल्क अदाकर उसमें निम्न और गैरस्तरीय शोधपत्र को प्रकाशित कर लिए जाते हैं। इसका नतीजा होता है अभ्यर्थी बड़ी संख्या में गैर मानक वाले शोधपत्रों में प्रकाशन कराकर एपीआइ बढ़ा लेते हैं। मिसाल के तौर पर इलाहाबाद विवि में चल रही चयन प्रक्रिया को ही लें, यहां पर हंिदूी विभाग में निर्धारित आठ सहायक प्रोफेसर की सीधी भर्ती के लिए लगभग डेढ हजार आवेदन आए। इसमें सभी स्तर यानी मानक और गैर मानकों के शोधपत्र संलग्न है। अब स्क्रीनिंग कमेटी को सभी आवेदनपत्रों से एक पद पर 10 अभ्यर्थियों को बुलाने की बात कही गई है। 1मानकों के अनुरूप आठ सहायक आचार्य की भर्ती पर केवल 80 अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए बुलाए जाएंगे। एपीआइ की महत्ता यहां पर खुले रूप में देखने को मिलेगी। ऐसे में मानक के अनुसार प्रकाशित कम कम अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को छांटा जा सकता है।
यूजीसी के तय मानक
यूजीसी ने जो मानक तय किए हैं उसे अंग्रेजी के ‘ए’ से ‘जेड’ श्रेणी में बांटा गया है। अभ्यर्थी यूजीसी की वेबसाइट पर जाकर अपने विषय के अनुसार जर्नल को जान सकते हैं। इलाहाबाद विवि में शिक्षाशास्त्र विभाग के वरिष्ठ आचार्य प्रो. पीके साहू का कहना है कि विवि अनुदान आयोग ने नवीन आदेश से मानकों वाले रिसर्च पेपर प्रकाशित होंगे। इससे योग्य अभ्यर्थियों को शिक्षक पद पर भर्ती और आगे प्रोन्नति का मौका मिलेगा।

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