UPTET 2011 के पास टेट पास याची कपिल देव की पोस्ट व नसीहत जरूर पढ़े

सभी दोस्तो को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामना : दोस्तो जब लोग अपनी सोच से ज्यादा भीड़ देखकर फैसले लेते है तो ज्यादातर उनके फैसले हमेशा गलत होते और आज़ जितने भी बी एड टेट पास लोग है उन्होने ये तय कर लिया है वे खुद नही सोचेंगे वे वही करेंगे जहाँ भीड़ होगी क्योंकि अगर भीड़ ज्यादा है
तो ज़रूर ये लोग कुछ ना कुछ सोचे होंगे और ऐसा सभी लोग सोचकर बिना सोचे समझे भीड़ का हिस्सा बनते है और बेवकूफ बनने लगते है अब भी जिसको बेवकूफ बनना है तो बनते रहिये और बेवकूफ नही बनना है तो फिर सोचिये जरा ???
आज़ उत्तर प्रदेश में बी एड टेट पास लोगो को जॉब दिलाने के लिये जितने भी लोग सक्रिय है
उन सबका पुराना रिकार्ड उठा के देख लीजिये 98% लोग टेट संघर्ष मोर्चा के जिलाअध्यक्ष टेट मेरिट पुराने विज्ञापन समर्थक है अब सोचने वाली बात है ये अब तक कर क्या रहे थे
7 दिसम्बर 2015 से पहले इनका क्या मुद्दा था
1- टेट मेरिट से 72825की भर्ती हो
2-धांधली वालो को बाहर करके भर्ती हो
3- महिला पुरुष आरक्षण ख़त्म हो
4-कोई समान्य की मेरिट 95 ला रहा था कोई 100 तक वालो को स्टाम्प पेपर पे लिख के दे रहा था
कुल मिला जुलाकर ये लोग टेट मेरिट के बहुत वफादार सिपाही थे
जो लोगो को लो मेरिट का लालच दिखा दिखाकर लूट रहे थे और लोगो के बीच अफवाह फैलाते थे अकेडमिक टीम हार चुकी है अब कुछ नही होगा
धीरे धीरे ये भर्ती अंतरिम आदेश पे ही पुरी होने वाली थी
अब इन लोगो के पास लोगो से पैसा लेने के लिये कोई मुद्दा नही
बचा था और इनके चयनित नेता इनसे मुँह फेर चुके थे तब ये अपने चयनित नेतावो को पानी पी पी कर गाली दे रहे थे और इनके चयनित नेता अपने अपने स्कूल में व्यस्त थे
जब अकेडमिक टीम के सब लोग निराश थे कोई सफलता हाथ नही लग रहा था तब कट्टर से कट्टर अकेडमिक समर्थक कहता था अब कुछ नही होगा एक तरफ़ लोग निराश थे तो दूसरी तरफ़ श्रीमान राकेश द्रिवेदी जी केस को फाइनल करने का दबाव बनाये हुए थे दबाव इतना ज्यादा था की जज महोदय केस फाइनल ना करके 1100 लोगो को याची राहत दे दिये
उसके बाद पुरे उत्तर प्रदेश में जो टेट मेरिट जिला अध्यक्ष लुप्त हो गये थे रातों रात सुपर स्टार बनकर उभर गये
कमीशन के लिये बिना सोचे समझे लाखो लोगो को याची बना दिये
याची बनने वाले भी याची राहत को ही जॉब पाने का सबसे सरल रास्ता समझ कर एक दो नही आठ आठ जगह याची बने
आज़ याची राहत के लिये धरना प्रदर्शन हो रहा है मैं जिसका ना तो समर्थन करता हूँ और ना ही विरोध करता हूँ क्योंकि जो लोग धरना प्रदर्शन करते है या करवाते है वो लोग कितने समझदार है उसका आकलन धरने में जाने वाले खुद करे
जज महोदय ने 7 दिसम्बर को 1100 याचीयो को अंतरिम राहत दिया था तब से 239 लोग अब भी इस राहत से बाहर है
उन 239 लोगो में नवीन श्रीवास्तव रवि सक्सेना कमलकांत अरशद अली संजीव मिश्रा राजेंद्र चौधरी वकील अहमद और ना जाने कितने सम्मानित चेहरे है जो 1100 में होते हुए भी आज़ भी बाहर है
अब जब धरने अनशन की बात होतीं है यही सब सम्मानित चेहरे हर जगह होते है ये सब सम्मानित चेहरे लोगो को याची राहत दिलवाने का दावा करते है और खुद 1100 में होते हुए जॉब से दूर है
दोस्तो कुछ दिन पूर्व ही कुछ लोगो ने श्रीमान अखिलेश यादव से मुलाकत की और याचीयो की नियुक्ति की माँग रखी
पर ये लोग अगर मुख्यमंत्री जी से नये विज्ञापन पे भी भर्ती की बात करते तो उसका ज्यादा सकारात्मक असर होता लेकिन बिना किसी प्लानिंग और सोच के कारण वो मुद्दा भी गँवा दिये
जितने लोगो का चयन हो चुका है उन लोगो के बहकावे में ना आकर सिर्फ नये विज्ञापन के लिये संघर्ष करे नये विज्ञापन के अलावा अब कोई दूसरा रास्ता नही है जो बी एड टेट पास 2011 वालो का भला कर सके
हम लोग पहले भी कम थे और आज़ भी कम है और इसीलिये बिना किसी दबाव के अपनी लड़ाई लड़ रहे है
आज़ जो लोग कहते है 90 वाला जॉब करे 115 वाला बैठा रहे तो आज़ उनको ये सोचने और बोलने का मौका अकेडमिक टीम ने ही दिया है
अकेडमिक टीम और टेट मोर्चा में सबसे बड़ा अंतर है
टेट मेरिट समर्थक 115 नम्बर पाकर भी बाहर है और अकेडमिक टीम में 83 वाला भी जॉब कर रहा है और आगे भी नये विज्ञापन समर्थको को नियुक्ति पत्र मिलने का विश्वास दिलाती है
जितने भी नये विज्ञापन समर्थक है
जिनको अकेडमिक टीम पे विश्वास है वो बस धैर्य रखे और टीम के साथ कोशिश करते रहे क्योंकि कोशिश करने वालो की हार नही होतीं
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines