बिना मान्यता घर में चल रहा था स्कूल बीएसए ने किया, परिषदीय व मान्यता प्राप्त विद्यालयों का निरीक्षण, तब चौंकानें वाली बात आई सामने

बदायूं : बीएसए ने विकास क्षेत्र समरेर व सालारपुर के परिषदीय विद्यालय व मान्यता प्राप्त विद्यालयों का निरीक्षण किया। मान्यता प्राप्त विद्यालयों के प्रबंधक व प्रधानाध्यापकों से तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है। परिषदीय प्रधानाध्यापकों से तीन दिन में स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
सालारपुर के न्यू नॉलिज पब्लिक स्कूल की मान्यता कक्षा 5 तक होने के बाद भी कक्षा 8 तक संचालित किया जा रहा था। समरेर के कादराबाद का मारुति इंग्लिश स्कूल बिना मान्यता के एक घर में संचालित किया जा रहा था। खंड शिक्षा अधिकारी को तत्काल स्कूल बंद कराकर आख्या देने का निर्देश दिया है। महरोली का बदायूं सनसिटी पब्लिक स्कूल की मान्यता हंिदूी माध्यम से होने के बाद भी सीबीएसइ पैटर्न की किताबें, यूनीफार्म चलाने के अलावा ज्यादा फीस वसूल की जाती मिली। कक्षों का माप मानकों के विपरीत मिला। शैक्षिक स्तर भी न्यून पाया गया। सालारपुर के उच्च प्राथमिक विद्यालय रफियाबाद में पंजीकृत 90 में मात्र 21 बच्चे ही उपस्थित मिले। 1शैक्षिक स्तर भी न्यून मिला। दूध का वितरण नहीं कराया गया था। नदौलिया के उच्च प्राथमिक विद्यालय में 71 में से मात्र 7 बच्चे ही मौके पर मौजूद मिले। कक्षा कक्ष में चूल्हे पर एमडीएम बनता मिला। प्रधानाध्यापक को उपस्थिति बढ़ाने व एमडीएम योजना की जिला समन्वयक को नदौलिया व विलहत के विद्यालय में रसोइघर बनवाने की कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। समरेर के उच्च प्राथमिक विद्यालय मौसमपुर में अनुचर अखिलेश के बिना सूचना के गैरहाजिर रहने पर वेतन काटा गया है। 1अन्य विद्यालय में उपस्थिति देने वाले प्रमोद कुमार को अपने मूल विद्यालय में लौटने और जिला समन्वयक को प्रधान को नोटिस देकर दूध व फल का वितरण कराने का निर्देश दिया है। हथनीभूड़ प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत 348 बच्चों के सापेक्ष मात्र 70 बच्चे उपस्थित मिले। दूध का वितरण नहीं किया गया, विद्यालय की रंगाई-पुताई नहीं कराई गई। विद्यालय में गंदगी मिली। प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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