महराजगंज : परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक वातावरण के विकास व शिक्षा की गुणवत्ता के सुधार के लिए जिले के प्रत्येक विकास खंड के ब्लाक संसाधन केंद्र पर तैनात दो सह समन्वयकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
मंशा है कि सह समन्वयकों के माध्यम से ब्लाक स्तर पर तैनात शिक्षकों को प्रशिक्षित करा परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता व व्यवस्था सुधारने में अहम भूमिका निभाई जाए।
राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक ने प्रदेश के सभी जिलों में स्थित ब्लाकों तथा नगर क्षेत्र के ब्लाक संसाधन केंद्र पर तैनात दो-दो समन्वयकों को शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में जानकारी उपलब्ध कराने की व्यवस्था बनाई है। व्यवस्था के मुताबिक इलाहाबाद स्थित सीमैट में सभी जिलों से आने वाले सह समन्वयकों को तीन दिन का आवासीय प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। प्रशिक्षकों द्वारा सह समन्वयकों को परिषदीय स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में उठाए जाने वाले कदम, स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों के बौद्धिक स्तर को बढ़ाने के लिए किये जाने वाले उपाय, शिक्षा क्षेत्र में शासन की सोच को विद्यालयीय स्तर पर लागू कराना, बच्चों को हर गतिविधयों से जोड़ना, बच्चों को दिए जाने वाले सुविधाओं पर ध्यान दिए जाने सहित अन्य जानकारियां उपलब्ध कराई जाएगी। प्रशिक्षण प्राप्त कर वापस लौटने के उपरांत सह समन्वयकों द्वारा स्कूलों में तैनात शिक्षकों को संबंधित ब्लाक संसाधन केंद्र पर प्रशिक्षित कर बच्चों में शैक्षिक वातावरण के विकास की दिशा में कवायद की जाएगी।
छह नवंबर से 24 जनवरी तक चलेगा प्रशिक्षण : प्रदेश के सभी 75 जिलों के सह समन्वयकों के लिए सीमैट ने कार्यक्रम जारी कर दिए हैं। छह से आठ नंवबर तक अमेठी व औरैया जिले के सह समन्वयकों को प्रशिक्षित किया जाना है। महराजगंज समेत छह जिलों से जाने वाले 24 सह समन्वयकों को चार से छह जनवरी तक प्रशिक्षित किया जाना प्रस्तावित है। प्रशिक्षण में गणित व विज्ञान विषय के सह समन्वयकों को वरीयता प्रदान की जाएगी। पहले व दूसरे दिन नौ-नौ घंटे तथा तीसरे दिन सात घंटे का प्रशिक्षण होगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ल ने कहा कि सह समन्वयकों के प्रशिक्षित होने से नवीनतम जानकारियां मिलेंगी। जिसका लाभ पहले शिक्षकों को तथा उनके माध्यम से अन्य शिक्षकों व बच्चों को मिलेगा।
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मंशा है कि सह समन्वयकों के माध्यम से ब्लाक स्तर पर तैनात शिक्षकों को प्रशिक्षित करा परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता व व्यवस्था सुधारने में अहम भूमिका निभाई जाए।
राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक ने प्रदेश के सभी जिलों में स्थित ब्लाकों तथा नगर क्षेत्र के ब्लाक संसाधन केंद्र पर तैनात दो-दो समन्वयकों को शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में जानकारी उपलब्ध कराने की व्यवस्था बनाई है। व्यवस्था के मुताबिक इलाहाबाद स्थित सीमैट में सभी जिलों से आने वाले सह समन्वयकों को तीन दिन का आवासीय प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। प्रशिक्षकों द्वारा सह समन्वयकों को परिषदीय स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में उठाए जाने वाले कदम, स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों के बौद्धिक स्तर को बढ़ाने के लिए किये जाने वाले उपाय, शिक्षा क्षेत्र में शासन की सोच को विद्यालयीय स्तर पर लागू कराना, बच्चों को हर गतिविधयों से जोड़ना, बच्चों को दिए जाने वाले सुविधाओं पर ध्यान दिए जाने सहित अन्य जानकारियां उपलब्ध कराई जाएगी। प्रशिक्षण प्राप्त कर वापस लौटने के उपरांत सह समन्वयकों द्वारा स्कूलों में तैनात शिक्षकों को संबंधित ब्लाक संसाधन केंद्र पर प्रशिक्षित कर बच्चों में शैक्षिक वातावरण के विकास की दिशा में कवायद की जाएगी।
छह नवंबर से 24 जनवरी तक चलेगा प्रशिक्षण : प्रदेश के सभी 75 जिलों के सह समन्वयकों के लिए सीमैट ने कार्यक्रम जारी कर दिए हैं। छह से आठ नंवबर तक अमेठी व औरैया जिले के सह समन्वयकों को प्रशिक्षित किया जाना है। महराजगंज समेत छह जिलों से जाने वाले 24 सह समन्वयकों को चार से छह जनवरी तक प्रशिक्षित किया जाना प्रस्तावित है। प्रशिक्षण में गणित व विज्ञान विषय के सह समन्वयकों को वरीयता प्रदान की जाएगी। पहले व दूसरे दिन नौ-नौ घंटे तथा तीसरे दिन सात घंटे का प्रशिक्षण होगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ल ने कहा कि सह समन्वयकों के प्रशिक्षित होने से नवीनतम जानकारियां मिलेंगी। जिसका लाभ पहले शिक्षकों को तथा उनके माध्यम से अन्य शिक्षकों व बच्चों को मिलेगा।
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