इटावा के स्कूलों में करीब तीन दर्जन फर्जी शिक्षक कार्यरत

आगरा से बीएड की फर्जी डिग्री लेकर सरकारी स्कूलों में नौकरी करने के मामले में इटावा जिला भी लपेटे में आ गया है। बताया गया है कि जिले के बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में करीब तीन दर्जन ऐसे शिक्षक कार्यरत हैं, जिनके पास उचित डिग्री नहीं है और वे आगरा की इसी डिग्री को लेकर नौकरी कर रहे हैं।
इस संबंध में बेसिक शिक्षा विभाग छानबीन में लगा है और अगले दो-तीन दिनों में यह पता लग जाएगा कि इस तरह के कितने शिक्षक कार्यरत हैं।
पिछले दिनों आगरा यूनीवर्सिटी से बीएड की फर्जी डिग्री का मामला सामने आया था। इसके बाद इन डिग्रियों के आधार पर नौकरी कर रहे शिक्षकों को सेवा से अलग करने तथा उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए थे। यह मामला खुल जाने के बाद से शिक्षा विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है। इस आदेश के बाद इटावा का बेसिक शिक्षा विभाग भी ऐसे शिक्षकों की खोजबीन में लग गया है जो इस तरह की डिग्री लगाकर नौकरी पा गए हैं और स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
बताया गया है कि अधिकारियों के निर्देश पर ऐसे डिग्रीधारियों की खोजबीन विभागीय स्तर पर शुरू हो गई है। ऐसे करीब लगभग तीन दर्जन शिक्षक बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में कार्यरत रहने की आशंका जताई जा रही है जिनकी डिग्री फर्जी हो सकती हैं। इस फर्जीवाड़े में संलिप्त पाए गए शिक्षकों को न सिर्फ नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा, बल्कि उनके विरुद्ध आईपीसी की कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
चिन्ही करण की चल रही कार्रवाई
इटावा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी सिंह ने कहा है कि इस तरह के निर्देश मिले हैं। अब चिह्नीकरण कराया जा रहा है कि किन शिक्षकों के पास यह डिग्री है। चिन्हित किए जाने के बाद संबंधित शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines