अब शिक्षकों के अंतर जिला तबादला आदेश की तैयारी, गंभीर बीमारी से पीड़ित पुरुष शिक्षकों की याचिका के कारन रुका ट्रान्सफर आदेश, सुनवाई 19 को

इलाहाबाद : परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों के अंतर जिला तबादला आदेश जल्द होने के संकेत हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा के साथ ही उपचुनाव की आचार संहिता खत्म होते ही प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
प्रदेश भर के करीब 36 हजार शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अपने जिले में जाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है उनका सत्यापन पूरा हो चुका है।
परिषदीय स्कूलों के 36602 शिक्षकों ने पिछले दिनों अंतर जिला तबादले के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। इस बार दो चरणों में शिक्षकों के आवेदन लिए गए। पहले जिन्होंने पांच वर्ष की सेवा पूरी कर ली है और बाद में उन शिक्षिकाओं को आवेदन का मौका दिया गया, जो अपने पति निवास स्थान या फिर ससुराल वाले जिले में जाना चाहती हैं। उन्हें हाईकोर्ट के निर्देश पर पांच वर्ष की सेवा से छूट दी गई है।

बीएसए को पहले 27 फरवरी तक सत्यापन पूरा करना था, बाद में यह समय बढ़ाकर पांच मार्च कर दिया गया। लगभग सभी जिलों से सत्यापन रिपोर्ट एनआइसी पहुंच चुकी है। तबादले क्वालिटी मार्क्‍स पर होंगे। प्रदेश में शिक्षकों के रिक्त पदों को देखते हुए दावेदारों की संख्या कम है, केवल वीआइपी जिले यानि लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ आदि के अधिक आवेदन होने से तबादलों में अफसरों को माथापच्ची करनी होगी, क्योंकि यहां पद कम हैं। वहीं जिन जिलों में शिक्षकों की कमी है वहां जाने के इच्छुक लोगों को आदेश आसानी से मिलेगा।
गंभीर बीमारी से पीड़ित पुरुष शिक्षकों की याचिका : हाईकोर्ट से महिला शिक्षकों को अंतर जिला तबादले में पांच वर्ष की सेवा अवधि से छूट मिलने के बाद गंभीर बीमारी से पीड़ित पुरुष शिक्षकों ने भी हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उनकी याचिका पर 19 मार्च को सुनवाई होनी है। इसमें कहा गया है कि अफसर उनकी सुन नहीं रहे हैं। अब कोर्ट से ही न्याय की उम्मीद है।

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