MHRD ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत किया पोर्टल लांच, अब स्कूलों की होगी निगरानी

देशभर के स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के छात्र अपने कक्षा में क्या पढ़ रहे हैं, उसकी जवाबदेही अब स्कूलों की होगी। लर्निंग आउटकम के इंटीकेटर पर जनता के सुझाव के आधार पर उसमें संशोधन मार्च के
आखिर तक तैयार कर लिए जाएंगे और देशभर के स्कूलों में अप्रैल सत्र से यह नियम अनिवार्य रूप से लागू हो जाएगा। यह जानकारी मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने बुधवार को सर्व शिक्षा अभियान के तहत शगुन वेब पार्टल लांच कार्यक्रम में शिक्षकों को संबोधित करते हुए कही।

इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में जावडेकर ने कहा कि लर्निंग आउटक्रम में आठ विषयों हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, गणित, इंनवायरमेंटल साइंस, साइंस व सोशल साइंस में एनसीईआरटी द्वारा बनाए गए इंटीकेटर के आधार पर स्कूलों को बच्चों को पढ़ाना अनिवार्य होगा। इसकी पूरी निगरानी भी की जाएगी, ताकि स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके। छात्रों के बाद स्कूली शिक्षकों की ट्रेनिंग पर काम किया जाएगा, जिसका खाका तैयार कर लिया गया है। शिक्षकों की ट्रेनिंग के बाद छात्रों के फीडबैक के आधार पर उनकी कमियों का दूर किया जाएगा।

जावडेकर ने कहा कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत शगुन पोर्टल के माध्यम से देशभर के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई से लेकर विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी मिल सकेगी। इससे एक-दूसरे की अच्छी योजनाएं छात्रों समेत शिक्षकों को सांझा करने का मौका मिलेगा। इसके अलावा इस पोर्टल में शिक्षकों को दिव्यांगों के 21 प्रकार के वर्गों की जानकारी भी मिलेगी। इसके अलावा उन्हें किस प्रकार की सहायता, पढ़ाई में सहायता करनी है, उसके बारे में भी बताया जाएगा। बता दें कि शगुन पोर्टल  दो प्रकार से ऑनलाइन सेवा मिलेगी। इस पोर्टल पर स्कूल या छात्र विभिन्न जानकारियों से संबंधित वीडियो एसएसए यू ट्यूब चैनल पर अपलोड भी कर सकेंगे।

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