मांग रहे थे वेतन बदले में मिली लाठी, शिक्षक दिवस पर शिक्षाप्रेरकों पर बड़ी कार्रवाई

लखनऊ (जेएनएन)। शिक्षक दिवस के मौके पर राजधानी लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे कई शिक्षकों पर लाठीचार्ज हुआ। शिक्षा प्रेरक संघ के सैकड़ों शिक्षक तीन साल से वेतन ना मिलने से नाराज थे।
सभी लोग विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया।


भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने गुरुओं और शिक्षकों का मान बढ़ने के लिए अपने जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की बात कही थी। पूरा देश आज 5 सितम्बर को जहाँ शिक्षक दिवस मना रहा है वहीँ लखनऊ में 3 साल से वेतन न मिलने से परेशान शिक्षा प्रेरक संघ के कर्मचारी विधानसभा का घेराव करने पहुंचे।

जहाँ वेतन के बदले उन्हें पुलिस लाठियां मिली। लाठी चार्ज के दौरान शिक्षा प्रेरक संघ के कई कर्मचारी बुरी तरह घायल भी हुए। जिन्हें अन्य कर्मी किसी तरह इलाज के लिए ले गए।

प्रदेश के विभिन्न जनपदों से शिक्षा प्रेरक संघ के कर्मचारी आज राजधानी लखनऊ पहुंचे। पिछले 3 साल से वेतन न मिलने परेशान होकर ही कर्मचारी आज लखनऊ पहुंचे। शिक्षा प्रेरक संघ के कर्मचारी पहले लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर इकठ्ठा हुए। जिसके बाद इन्होंने विधान भवन का घेराव करने के लिए पैदल मार्च निकाला।




इस दौरान विधान भवन का घेराव करने जा रहे शिक्षा प्रेरक संघ के कर्मचारियों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं। इस लाठी चार्ज में कई कर्मचारी घायल हो गए। लाठी चार्ज के दौरान पुलिस ने महिला एवं पुरुष कर्मचारियों को जमकर धुना। लाठीचार्ज से भगदड़ मच गई और कई शिक्षक चोटिल हो गए। इस दौरान कई कर्मचारियों के हाथ पैर में चोटें आई। लाठी चार्ज में एक महिला के सर पर काफी चोट आई। जिसे बाद अन्य कर्मचारी महिला को इलाज के लिए लेकर गए।
लाठीचार्ज के दौरान प्रदर्शन करने वाले कई शिक्षक घायल हो गए, वहीं एक महिला भी बेहोश हो गईं। बता दें कि शिक्षक प्रेरक वे लोग होते हैं जो स्कूल में बच्चों को लाने-ले जाने का काम करते हैं। इन लोगों का कहना है कि पिछले तीन सालों से उनका वेतन नहीं दिया गया है, जिसके विरोध में आज वे प्रदर्शन करने लखनऊ आए थे।
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