शैक्षिक सत्र को नियमित करने को लेकर शासन गंभीर: कैलेंडर लागू करने को विवि से मांगा जवाब

लखनऊ : राज्य विश्वविद्यालयों में शैक्षिक सत्र को नियमित करने को लेकर गंभीर शासन ने विश्वविद्यालयों से पूछा है कि सत्र 2018-19 के लिए निर्धारित शैक्षणिक कैलेंडर पर अमल के लिए उन्होंने क्या कार्यवाही की है।
उच्च शिक्षा विभाग ने इस सिलसिले में सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को शासनादेश जारी कर उनसे एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट तलब की है। 1राज्य विश्वविद्यालयों के लिए सत्र 2018-19 का शैक्षणिक कैलेंडर तय करने के लिए अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा की अध्यक्षता में चार अगस्त को बैठक हुई थी। बैठक में अगले सत्र के शैक्षणिक कैलेंडर की रूपरेखा तय करते हुए विश्वविद्यालयों को बैठक का कार्यवृत्त जारी कर दिया गया था। उसी कार्यवृत्त के आधार पर उच्च शिक्षा विभाग ने अब विश्वविद्यालयों को सत्र 2018-19 का शैक्षिक कैलेंडर जारी करते हुए उसे लागू करने के बारे में रिपोर्ट तलब की है। 1शैक्षणिक कैलेंडर के मुताबिक अगले सत्र में 10 जुलाई तक स्नातक कक्षाओं में पूर्व में प्रवेश ले चुके छात्रों की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए बीएड की समय सारिणी को अंगीकृत किया जाएगा और प्रवेश प्रक्रिया 30 जून तक पूरी कर ली जाएगी। प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद नौ जुलाई, 2018 को शिक्षण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। वहीं परास्नातक प्रथम वर्ष में दाखिले की प्रक्रिया 31 जुलाई, 2018 तक पूरी कर अगस्त के पहले सोमवार से शिक्षण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। प्रयोगात्मक परीक्षाएं 15 जनवरी से 28 फरवरी, 2019 तक आयोजित होंगी। वहीं मुख्य परीक्षाएं एक मार्च, 2019 से शुरू होंगी जिन्हें 60 दिनों में संपन्न कराने का निर्णय लिया गया है। 25 जून 2019 तक सभी परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। सेमेस्टर परीक्षाओं की समय सारिणी विश्वविद्यालय अपने स्तर पर तय करेंगे।’>>उच्च शिक्षा विभाग ने जारी किया अगले सत्र का कैलेंडर1’>>अमली जामा पहनाने के लिए की गई कार्यवाही की रिपोर्ट हफ्ते भर में तलब

sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines