ब्यूरो, अमर उजाला अलीगढ़। जिले में तैनात फर्जी डिग्री धारक शिक्षकों की
बर्खास्तगी तीन सप्ताह के अंदर हो जाएगी। अभी तक जिले में ऐसे 81 शिक्षक
तैनात मिले हैं, जिन्होंने डॉ. बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी, आगरा की वर्ष
2004-05 सत्र की बीएड की फर्जी डिग्री से नौकरी हासिल की थी।
बीएसए का कहना है कि इन शिक्षकों को तीन नोटिस भेजे जाएंगे और दो से तीन सप्ताह के अंदर पूरी कार्रवाई कर इनकी बर्खास्तगी कर दी जाएगी। इधर, विभाग की इस कार्रवाई से यहां काफी शिक्षकोें में खलबली मची रही। फर्जी डिग्री से नौकरी हासिल करने वाले शिक्षक अब कार्रवाई से बचने की जुगत लगा रहे हैं।डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में बीएड सत्र 2004-05 में बड़ा घोटाला हुआ था। तब काफी फर्जी डिग्री मोटी रकम लेकर सौंपी गईं और कई डिग्रियों में अंक बढ़ा दिए गए। इस मामले में याचिका दायर करने के बाद हाईकोर्ट के आदेश पर इसकी जांच की गई। एसआईटी की जांच में यह बात सामने आई कि इस सत्र में चार हजार से ज्यादा बीएड की फर्जी डिग्री तैयार कर बांटी गई हैं। इन फर्जी डिग्री के सहारे अध्यापकों के पद पर नियुक्तियां भी हुई हैं। फर्जी डिग्री धारी शिक्षकों के नामों की सीडी सभी जिलों में भेजी गई थी। इसके बाद यहां भी सीडी के आधार पर उन शिक्षकों का चिन्हांकन होना शुरू हो गया, जोकि फर्जी डिग्री से मास्टर बने थे। यहां वर्ष 2005 में आगरा यूनिवर्सिटी से बीएड करने वाले शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच की गई। सभी बीईओ ने अपनी रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी। यह काम यहां लगभग पूरा हो गया है।इस जिले में 81 फर्जी डिग्री धारी शिक्षक मिले हैं। इसमें 53 की डिग्री तो पूरी तरह से फर्जी निकली, जबकि 28 की ऐसी मार्कशीट थी, जिनके अंक गड़बड़ी कर बढ़ा दिए गए। ब्लॉक स्तर पर भी इनकी छंटनी कर ली गई है। इसमें गंगीरी क्षेत्र में 19, टप्पल, चंडौस में चार-चार, अतरौली, इगलास व लोधा में नौ-नौ, धनीपुर में पांच, खैर में छह, इगलास में पांच, गोंडा में तीन, अलीगढ़ शहर में एक, अकराबाद में सात, जवां में तीन, बिजौली में दो शिक्षक फर्जी डिग्रीधारक मिले हैं। अब इनके खिलाफ नोटिस देने की तैयारी की जा रही है। बीएसए धीरेंद्र कुमार का कहना है कि बर्खास्तगी से पहले फर्जी डिग्री से नौकरी पाने वाले शिक्षकों को सप्ताह-सप्ताह भर के दो नोटिस दिए जाएंगे और आखिरी नोटिस तीन दिन का दिया जाएगा। उसके बाद इनकी बर्खास्तगी कर दी जाएगी। इसमें करीब तीन सप्ताह का समय लगेगा।बिजौली में हो सकते हैं और फर्जी डिग्रीधारी शिक्षकअलीगढ़। बीएसए को संदेह है कि अभी बिजौली ब्लॉक में और फर्जी डिग्राी धारक शिक्षक हो सकते हैं। क्योंकि वहां शिक्षकों की तैनाती ज्यादा है और फर्जी डिग्री धारक केवल दो शिक्षक ही मिले हैं। इस ब्लॉक में तैनात वर्ष 2005 के बीएड डिग्री धारक शिक्षकों के दस्तावेजों का और बारीकी से सत्यापन कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वैसे सभी बीईओ ने लिखित में यह आख्या दे दी है कि अब उनके क्षेत्र में कोई फर्जी डिग्री धारक शिक्षक नहीं है, लेकिन फिर भी छानबीन करा रहे हैं।
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बीएसए का कहना है कि इन शिक्षकों को तीन नोटिस भेजे जाएंगे और दो से तीन सप्ताह के अंदर पूरी कार्रवाई कर इनकी बर्खास्तगी कर दी जाएगी। इधर, विभाग की इस कार्रवाई से यहां काफी शिक्षकोें में खलबली मची रही। फर्जी डिग्री से नौकरी हासिल करने वाले शिक्षक अब कार्रवाई से बचने की जुगत लगा रहे हैं।डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा में बीएड सत्र 2004-05 में बड़ा घोटाला हुआ था। तब काफी फर्जी डिग्री मोटी रकम लेकर सौंपी गईं और कई डिग्रियों में अंक बढ़ा दिए गए। इस मामले में याचिका दायर करने के बाद हाईकोर्ट के आदेश पर इसकी जांच की गई। एसआईटी की जांच में यह बात सामने आई कि इस सत्र में चार हजार से ज्यादा बीएड की फर्जी डिग्री तैयार कर बांटी गई हैं। इन फर्जी डिग्री के सहारे अध्यापकों के पद पर नियुक्तियां भी हुई हैं। फर्जी डिग्री धारी शिक्षकों के नामों की सीडी सभी जिलों में भेजी गई थी। इसके बाद यहां भी सीडी के आधार पर उन शिक्षकों का चिन्हांकन होना शुरू हो गया, जोकि फर्जी डिग्री से मास्टर बने थे। यहां वर्ष 2005 में आगरा यूनिवर्सिटी से बीएड करने वाले शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच की गई। सभी बीईओ ने अपनी रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी। यह काम यहां लगभग पूरा हो गया है।इस जिले में 81 फर्जी डिग्री धारी शिक्षक मिले हैं। इसमें 53 की डिग्री तो पूरी तरह से फर्जी निकली, जबकि 28 की ऐसी मार्कशीट थी, जिनके अंक गड़बड़ी कर बढ़ा दिए गए। ब्लॉक स्तर पर भी इनकी छंटनी कर ली गई है। इसमें गंगीरी क्षेत्र में 19, टप्पल, चंडौस में चार-चार, अतरौली, इगलास व लोधा में नौ-नौ, धनीपुर में पांच, खैर में छह, इगलास में पांच, गोंडा में तीन, अलीगढ़ शहर में एक, अकराबाद में सात, जवां में तीन, बिजौली में दो शिक्षक फर्जी डिग्रीधारक मिले हैं। अब इनके खिलाफ नोटिस देने की तैयारी की जा रही है। बीएसए धीरेंद्र कुमार का कहना है कि बर्खास्तगी से पहले फर्जी डिग्री से नौकरी पाने वाले शिक्षकों को सप्ताह-सप्ताह भर के दो नोटिस दिए जाएंगे और आखिरी नोटिस तीन दिन का दिया जाएगा। उसके बाद इनकी बर्खास्तगी कर दी जाएगी। इसमें करीब तीन सप्ताह का समय लगेगा।बिजौली में हो सकते हैं और फर्जी डिग्रीधारी शिक्षकअलीगढ़। बीएसए को संदेह है कि अभी बिजौली ब्लॉक में और फर्जी डिग्राी धारक शिक्षक हो सकते हैं। क्योंकि वहां शिक्षकों की तैनाती ज्यादा है और फर्जी डिग्री धारक केवल दो शिक्षक ही मिले हैं। इस ब्लॉक में तैनात वर्ष 2005 के बीएड डिग्री धारक शिक्षकों के दस्तावेजों का और बारीकी से सत्यापन कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वैसे सभी बीईओ ने लिखित में यह आख्या दे दी है कि अब उनके क्षेत्र में कोई फर्जी डिग्री धारक शिक्षक नहीं है, लेकिन फिर भी छानबीन करा रहे हैं।
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