अब परखी जाएगी परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई की जमीनी हकीकत

गोरखपुगुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों पर किया जा रहा खर्च कितना कारगर है, इसकी पड़ताल सरकार करने जा रही है।
मानव संसाधन विकास मंत्रलय, भारत सरकार द्वारा नेशनल अचीवमेंट सर्वे के जरिये 13 नवंबर को देशभर में चुनिंदा प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई की जमीनी हकीकत का पता लगाया जाएगा। गोरखपुर जनपद में 173 विद्यालयों में यह सर्वे होगा।

क्या है नेशनल अचीवमेंट सर्वे: नेशनल अचीवमेंट सर्वे मानव संसाधान एवं विकास मंत्रलय, भारत सरकार द्वारा एनसीईआरटी के जरिये प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई के स्तर की हकीकत जांचने के लिए देश स्तर पर कराया जा रहा है। इसमें कक्षा 3, 5 व 8 के बच्चों से उनके कुछ चुनिंदा विषय के बारे में प्रश्न पूछे जाएंगे। इस सर्वे में शिक्षकों व स्कूल की व्यवस्था से जुड़े प्रश्न भी होंगे। इस सर्वे के आधार पर बच्चों की जानकारी का स्तर पता लगाया जाएगा और उसके अनुसार भविष्य में शिक्षा व्यवस्था में बदलाव पर विचार किया जा सकता है।

पूरी है तैयारी: गोरखपुर जिले में 173 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में यह सर्वे किया जाएगा। सर्वे से जुड़े डाक्यूमेंट तैयार कर लिए गए हैं। 10 नवंबर को इसे सम्बंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को दे दिया जाएगा। 11 नवंबर को सर्वे का ट्रायल होगा और 13 को सर्वे का काम पूरा किया जाएगा।ऐसे होगा सर्वे नेशनल अचीवमेंट सर्वे का जिम्मा प्रदेश में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को दिया गया है। परिषद द्वारा सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) को इस सर्वे की जिम्मेदारी दी गई है। सर्वे में कक्षा 3, 5 व 8 के विद्यार्थियों को शामिल किया जा रहा है। कक्षा 3 व 5 में भाषा, गणित व पर्यावरण अध्ययन विषय तथा कक्षा 8 में गणित, विज्ञान, भाषा व सामाजिक विज्ञान विषय को लेकर बच्चों की जानकारी परखी जाएगी। इस सर्वे के तहत बच्चों, शिक्षकों के लिए अलग-अलग प्रश्नोत्तरी है। सर्वे के माध्यम से पता लगाया जाएगा कि बच्चों ने स्कूल में पढ़ाए गए सबक से क्या सीखा है।

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