इसी क्रम में उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक बुधवार को पुरानी तहसील पर हुई। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष नित्यप्रकाश यादव ने कहा कि अध्यापकों के सृजित पदों पर शिक्षामित्र जोड़कर कनिष्ठ अध्यापकों का समायोजन किया गया है, जो नियम विरुद्ध है। महिला एवं विकलांग तथा आसक्त अध्यापकों तथा अध्यापिकाओं के विकल्प चुनने का अधिकार नहीं दिया गया। बिना मानक के आधार पर कुछ अध्यापकों को मूल ब्लाक में समायोजित किया गया। कुछ को ब्लाक से बाहर समायोजित किया गया है। दूरभाष के आधार पर शिक्षकों का उत्पीड़न लगातार कार्यालय द्वारा किया जा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा तीन दिन के अंदर मामले पर विचार नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएा। बैठक में तपेश्वर राम, संजय सिंह, सुनील सिंह, मधुसूदन मौर्य,अमरेंद्र, मुंशी प्रेमचंद, रामरतन आदि शामिल रहे।
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स्थानांतरण, समायोजन प्रक्रिया पर शिक्षकों ने उठाया सवाल
मऊ। परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों के स्थानांतरण और समायोजन के
विरोध में शिक्षक संगठनों ने बुधवार को बैठक कर आंदोलन की रणनीति तय की। इस
दौरान निर्णय लिया गया कि कार्यालय खुलने पर इस संबंध शिक्षक संघ वार्ता
करेगा। जरूरत पड़ने पर आंदोलन भी करेगा। शिक्षकों ने समायोजन की प्रक्रिया
पर सवाल खड़ा किया।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक बुधवार को नगर के भीटी स्थित
शिक्षक सदन में हुई। इसमें जनपद में चल रही समायोजन, पारस्परिक स्थानांतरण
प्रक्रिया में नियम विरुद्ध तरीके से कार्य करने पर आक्रोश प्रकट किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष कृष्णानंद राय ने कहा कि जूनियर
हाईस्कूलों में किए जा रहे समायोजन में नियम का पालन नहीं किया जा रहा है।
सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के उपरांत शिक्षकों की संख्या में
शिक्षामित्रों को जोड़ा जाना नियम के विपरीत है। शिक्षामित्र बंधुओं के
प्रति पूरी सहानुभूति है, लेकिन बीएसए की मनमानी को शिक्षक स्वीकार नहीं
करेंगे। बैठक को शशिभूषण राय, अमित कुमार सिंह, मनिराम, जयशंकर यादव,
अखिलेश्वर शुक्ल आदि ने संबोधित किया। इस दौरान प्रमोद राय, अमित सिंह,
रामकेर यादव, घनश्याम यादव, राकेश यादव आदि शामिल रहे।
इसी क्रम में उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक बुधवार को पुरानी तहसील पर हुई। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष नित्यप्रकाश यादव ने कहा कि अध्यापकों के सृजित पदों पर शिक्षामित्र जोड़कर कनिष्ठ अध्यापकों का समायोजन किया गया है, जो नियम विरुद्ध है। महिला एवं विकलांग तथा आसक्त अध्यापकों तथा अध्यापिकाओं के विकल्प चुनने का अधिकार नहीं दिया गया। बिना मानक के आधार पर कुछ अध्यापकों को मूल ब्लाक में समायोजित किया गया। कुछ को ब्लाक से बाहर समायोजित किया गया है। दूरभाष के आधार पर शिक्षकों का उत्पीड़न लगातार कार्यालय द्वारा किया जा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा तीन दिन के अंदर मामले पर विचार नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएा। बैठक में तपेश्वर राम, संजय सिंह, सुनील सिंह, मधुसूदन मौर्य,अमरेंद्र, मुंशी प्रेमचंद, रामरतन आदि शामिल रहे।
इसी क्रम में उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक बुधवार को पुरानी तहसील पर हुई। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष नित्यप्रकाश यादव ने कहा कि अध्यापकों के सृजित पदों पर शिक्षामित्र जोड़कर कनिष्ठ अध्यापकों का समायोजन किया गया है, जो नियम विरुद्ध है। महिला एवं विकलांग तथा आसक्त अध्यापकों तथा अध्यापिकाओं के विकल्प चुनने का अधिकार नहीं दिया गया। बिना मानक के आधार पर कुछ अध्यापकों को मूल ब्लाक में समायोजित किया गया। कुछ को ब्लाक से बाहर समायोजित किया गया है। दूरभाष के आधार पर शिक्षकों का उत्पीड़न लगातार कार्यालय द्वारा किया जा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा तीन दिन के अंदर मामले पर विचार नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएा। बैठक में तपेश्वर राम, संजय सिंह, सुनील सिंह, मधुसूदन मौर्य,अमरेंद्र, मुंशी प्रेमचंद, रामरतन आदि शामिल रहे।