शिक्षक नहीं कर सकेंगे बहानेबाजी, शासन ने कसा शिकंजा, समय से करें कोर्स पूरा

हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन के लिए शासन ने शिक्षकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है, जिससे परीक्षार्थियों के अच्छे अंक आ सकें। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने प्रदेश के डीआइओएस को इस सम्बन्ध में पत्र भेजा है।

पत्र में कहा है कि शिक्षक बच्चों को क्या पढ़ा रहे हैं, कोर्स कितना बाकी है इस बिन्दु सहित अन्य जानकारियां उनकी शैक्षिक डायरी में दर्ज हो ताकि अफसर निरीक्षण के दौरान यह जान सकें कि संबंधित विषय का शिक्षक बच्चों को तन्मयता के साथ पढ़ा रहा है या नहीं।
1दरअसल, लगभग पांच माह बाद यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो जाएगी। लेकिन शासन को विभिन्न जिलों से शिकायत प्राप्त हो रही है कि शिक्षक कोर्स पूरा कराने में रुचि नहीं ले रहे हैं। यही कारण है कि हाईस्कूल व इंटरमीडिएट का कोर्स पूरा नहीं हो पाता है। समय पर कक्षाएं नहीं लेने से यह स्थिति बनती है। जबकि समय से कोर्स पूरा हो सके इसके लिए शैक्षिक कैलेंडर जारी हो चुका है। इसके बाद भी शिक्षक शिक्षण कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं। शासन ने प्रदेश के समस्त डीआइओएस को निर्देश दिए हैं कि निरीक्षण के दौरान संबंधित विषय के शिक्षक की दैनिक डायरी अवश्य जांच करें। डायरी अपडेट नहीं करने वाले शिक्षक के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई करें। विद्यार्थियों के भविष्य से समझौता नहीं करें। 1जिला विद्यालय निरीक्षक राजकुमार ने बताया कि सभी प्रधानाचार्य व सह जिला विद्यालय निरीक्षक को शासन की मंशा से अवगत कर दिया गया है। निर्देश में कहा गया कि निरीक्षण के दौरान शिक्षक की शैक्षिक डायरी को अवश्य जांच करें। जिससे यह हकीकत सामने आ सके कि कोर्स समाप्त कराने में शिक्षक रुचि ले रहे हैं कि नहीं। कोर्स पूरा नहीं कराने वाले शिक्षकों की सूची तैयार करें। ताकि उन पर प्रशासनिक कार्रवाई हो सके।

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