बीएसए भी माने जाएंगे फर्जीवाड़े के जिम्मेदार, एलटी ग्रेड शिक्षकों की नियुक्ति में नित नया फर्जीवाड़ा

इलाहाबाद : प्रदेश में एलटी ग्रेड शिक्षकों की नियुक्ति में नित नया फर्जीवाड़ा उजागर होने से बेसिक शिक्षा परिषद के अफसर भी चौकन्ने हो गए हैं।
परिषद सचिव संजय सिन्हा ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को सख्त आदेश दिया है कि यदि नव नियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों की जांच में आनाकानी की गई और बाद में वह फर्जी मिले तो बीएसए को ही फर्जीवाड़े का जिम्मेदार माना जाएगा। ऐसे अफसरों पर विभागीय कार्रवाई भी होगी।
इसलिए अभिलेख सत्यापन को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर जांच पूरी कराएं। प्रदेश भर के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में इधर के वर्षो में बड़े पैमाने पर शिक्षकों की भर्तियां हुई हैं। शासन ने शिक्षकों के दो शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन कराकर वेतन आदि जारी करा दिया है, लेकिन अब तक सभी अभिलेख जांचे नहीं जा सके हैं। परिषद सचिव ने बीते 15 जून को इस संबंध में कड़े निर्देश जारी किए और अन्य वरिष्ठ विभागीय अफसरों ने भी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में हिदायत दी है, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ है। इधर, एलटी ग्रेड शिक्षकों की नियुक्ति में फिर फर्जीवाड़ा उजागर होने पर परिषदीय अफसर सचेत हो गए हैं। इस बार बीएसए के साथ ही सहायक मंडलीय शिक्षा निदेशक बेसिक को भी पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि स्पष्ट निर्देशों के बाद भी किसी जिले ने तेजी नहीं दिखाई है इसीलिए परिषद मुख्यालय पर सत्यापन रिपोर्ट की सूचनाएं नहीं आ रही हैं। परिषद सचिव ने स्पष्ट आदेश दिया है कि नए शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन जल्द कराया जाए, जिसके अभिलेख फर्जी या फिर कूटरचित मिले उनकी सेवाएं समाप्त करके उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इस कार्रवाई से परिषद मुख्यालय को भी अवगत कराया जाए। ऐसा न करने पर बीएसए को ही फर्जीवाड़े का जिम्मेदार माना जाएगा और उन पर विभागीय कार्रवाई होगी।

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