उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की हत्यारी सरकार, शिक्षक संगठनों ने सरकार के खिलाफ बुलंद की आवाज

इलाहाबाद : पुलिस के लाठी चार्ज में लखनऊ में शिक्षक रामआशीष सिंह की मौत मामले में शिक्षकों की नाराजगी थमने का नाम नहीं ले रही है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ‘शर्मा गुट’ की सभा में शिक्षक
विधायक सुरेश त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की हत्यारी सरकार कार्यरत है, जिसे न शिक्षा से कोई वास्ता है न अध्यापकों से। वह दोनों का अस्तित्व खत्म करने का कुचक्र रच रही है, जिसे किसी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जाएगा। 1उन्होंने मृत शिक्षक रामआशीष सिंह के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा व परिवार से तीन सदस्यों को नौकरी देने की मांग की। प्रांतीय सदस्य महेशदत्त शर्मा, डॉ. शैलेश पांडेय, वरिष्ठ नेता कुंजबिहारी मिश्र, अजय सिंह, रमेशदत्त शुक्ल, प्रेमकांत त्रिपाठी आदि ने भी विचार रखे। अध्यक्षता अनय प्रताप सिंह ने की। माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। नेतृत्व लालमणि द्विवेदी ने किया। प्रदर्शन में डॉ. अरुण चौबे, डॉ. सुनील शुक्ल, डॉ. देवीशरण त्रिपाठी, राकेश शुक्ल शामिल रहे। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षणोत्तर संघ की बैठक डॉ. कैलाशनाथ काटजू इंटर कालेज में अशोक कुमार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में राजीव शुक्ल, अशोक यादव, सुनील सिंह, गोपाल मिश्र, अनुपम शामिल रहे। वहीं उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन हुआ। नेतृत्व जिलाध्यक्ष देवेंद्र श्रीवास्तव ने किया। प्रदर्शन में चिंतामणि त्रिपाठी, शिवबहादुर, मसूद अहमद, राजेंद्र कनौजिया, अमर सिंह, रवींद्र सिंह शामिल रहे। उत्तर प्रदेश माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक संघ बागी गुट की आजाद पार्क में हुई बैठक में शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की गई। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पूर्व मा.) शिक्षक संघ ने लाठीचार्ज के खिलाफ जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया।

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