फर्जी शिक्षामित्रों के मूल अभिलेख ले गए पूर्व बीएसए

जागरण संवाददाता, आगरा: बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी करने वाले शिक्षामित्रों को बचाने में पूर्व बीएसए की भूमिका सामने आई है। वेरीफिकेशन में जिनके प्रमाण पत्र फर्जी मिले वे सभी दस्तावेज पूर्व बीएसए अपने साथ ले गए हैं।
पटल सहायक ने पत्र लिखकर इसकी जानकारी बीएसए को दी है। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षकों के खिलाफ जांच शुरू होने से हड़कंप मच गया है। ऐसे में 40 फर्जी शिक्षामित्रों का मामला भी सामने आया। जब इन सभी शिक्षामित्रों की फाइलें तलब की गई तो इसमें प्रथम बैच के 10 और द्वितीय बैच के तीन शिक्षामित्रों के मूल अभिलेख की फाइल लापता मिली। बीएसए ने फाइलें न मिलने पर पटल सहायक पर कार्रवाई की बात कही तो चौंकाने वाला मामला सामने आया। सूत्रों ने बताया कि इन सभी शिक्षामित्रों के मूल अभिलेख पूर्व बीएसए धर्मेद्र सक्सेना के पास हैं। इनकी रिपोर्ट गड़बड़ आने के बाद ही उन्होंने मूल अभिलेख अपने पास रख लिए थे। बताया गया है कि पूर्व बीएसए द्वारा शिक्षामित्रों पर कार्रवाई न करने के लिए सेटिंग भी कर ली थी, इसलिए ही उन्होंने इन शिक्षामित्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। पटल सहायक के बार-बार अभिलेख मांगने पर भी पूर्व बीएसए फाइल अपने साथ ले गए। अब गर्दन फंसने पर बाबू ने इसकी जानकारी दी है।
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