टाट पर नहीं, अब ठाठ से पढ़ेंगे प्राइमरी स्कूलों के विद्यार्थी,सरकारी स्कूलों में एक माह के भीतर नया फर्नीचर होगा उपलब्ध

टाट में बैठ कर पढ़ाई करने को मजबूर सरकारी स्कूलों के बच्चे जल्द ही कुर्सी-मेज पर बैठ कर पढ़ते नजर आएंगे। ग्रीन गैस कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) के तहत राजधानी के स्कूलों में नया फर्नीचर मुहैया कराएगी।
कंपनी ने उठाया सुधार का बीड़ा सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। स्कूलों में बच्चे दशकों पुराने टूटीफूटी बेंच पर पढ़ाई करने को मजबूर हैं तो कहीं टाट ही नसीब हो रहा है। राजधानी में सीएनजी और पीएनजी की व्यवस्था संभाले वाली ग्रीन गैस ने इसे सुधार का बीड़ा उठाया है। कंपनी ने सरकारी स्कूलों की व्यवस्था को अपडेट करने की शुरुआत की है। कंपनी अधिकारियों के मुताबिक राजधानी के 30 से अधिक स्कूलों में नया फर्नीचर मुहैया कराया जाएगा।

बीएसए से होगा करार
प्रबंध निदेशक जिलेदार ने बताया कि स्कूलों में नया फर्नीचर देने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) से करार किया जाएगा। व्यवस्था के लिए बीएसए द्वारा प्रस्ताव पर सहमति दी जा चुकी है। करार होते ही व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी।

एक माह में होगी व्यवस्था
सरकारी स्कूलों में एक माह के भीतर नया फर्नीचर उपलब्ध करा दिया जाएगा। प्रबंध निदेशक का कहना है कि सरकारी स्कूलों में संसाधनों के अभाव के चलते बच्चे परेशानी का सामना करते हैं। उन्हें जल्द ही नए कुर्सी-मेज पर बैठ कर पढ़ने को मिलेगा। े चरण में 30 स्कूलों में व्यवस्था की जाएगी। इसके बाद और स्कूलों में भी व्यवस्था किए जाने की योजना है। फर्नीचर की व्यवस्था करने के बाद अन्य सरकारी संस्थानों में भी लोगों के हित की सुविधाएं मुहैया कराने पर कंपनी विचार कर रही है। कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी के तहत स्कूलों, अस्पतालों, गांवों आदि में संसाधन जुटाने के लिए अग्रसर है।

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