बच्चों की सेहत व साफ सफाई भी देखें शिक्षक

राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद :कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली बालिकाओं को शिक्षा देने के साथ ही उनके रहन-सहन आदि पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। ये बालिकाएं आवासीय विद्यालय में पढ़ रहीं हैं इसलिए शिक्षक इनमें सुधार करने में सक्षम हो सकते हैं।
स्वास्थ्य तथा स्वच्छता एक दूसरे से जुड़ी चीजें हैं। स्वच्छता पर ध्यान देकर हम स्वास्थ्य समस्याओं को हल कर सकते हैं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए नियमित व्यायाम आवश्यक होता है। शिक्षक इसे खेल के माध्यम से बच्चों तक पहुंचा सकते हैं। राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) उप्र इलाहाबाद के निदेशक संजय सिन्हा ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के वार्डनों के सुरक्षा एवं संरक्षा संबंधित चार दिनी प्रशिक्षण के समापन अवसर पर ये बातें कहीं। सिन्हा ने कहा कि हम कई बार स्वास्थ्य का अर्थ शारीरिक स्वास्थ्य से ही लगाते हैं, जबकि इसमें मानसिक स्वास्थ्य भी शामिल होता है। आज बड़ी संख्या में लोग मानसिक रूप से अस्वस्थ्य होने के बाद भी न तो इसे स्वीकार करते हैं और न ही उपचार कराते हैं। जीवन में चुनौतियों के बढ़ने पर कई बार व्यक्ति उससे सामंजस्य स्थापित नहीं कर पाता और मानसिक दबाव व बीमारियों का शिकार हो जाता है। ऐसे में बच्चों को मानसिक रूप से दृढ़ तथा विपरीत परिस्थितियों का सामना करने के लिए शिक्षक तैयार करें।

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