कर्मचारियों की पेंशन ग्रेच्युटी दबाए बैठे बाबू

इलाहाबाद : सिंचाई विभाग के नलकूप खंड प्रथम के बाबू अपने ही कर्मचारियों के भविष्य का पलीता लगा दिए हैं। बाबुओं ने कर्मचारियों का ईपीएफ और एनपीएस जमा ही नहीं किया।
जब वह रिटायर हुए तो पेंशन और ग्रेच्युटी नहीं मिली। परेशान होकर वह कर्मचारी कोर्ट गए तब भी सालों से रिकार्ड बैठे बाबू काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में रिटायर कर्मियों की परेशानी और बढ़ गई है।1नलकूप खंड प्रथम में कमला कांत उपाध्याय सर्वेयर के पद पर तैनात थे। वह सालों से कैजुअल काम करते लेकिन रिटायरमेंट से तीन साल पहले 2011 में वह स्थाई हो गए। ग्रुप सी पद स्थाई होने के बाद 2014 में रिटायर हो गए। जब रिटायर हुए तो न तो उन्हें पेंशन मिली और न ही ग्रेच्युटी या अन्य सुविधाएं। वह दो साल तक इंतजार करते रहे कि कुछ मिलेगा। दफ्तर के चक्कर लगाने के बाद कुछ नहीं मिला तो वह हाईकोर्ट गए। अब हाईकोर्ट ने नलकूप खंड को उनका हिसाब करने को कहा तो अफसरों को जवाब देते नहीं बन रहा है। अधिशासी अभियंता केबी सिंह कमला कांत का रिकार्ड निकलवाया तो पता चला उनका ईपीएफ या अन्य फंड जमा ही नहीं हुआ जबकि उनके वेतन से कटौती हुई थी। उन्होंने बताया कि यहां तैनात बाबुओं ने उनके वेतन से कटौती की लेकिन पैसा जमा नहीं किया। यह मामला अभी सुलझता कि कई और कर्मचारी ईपीएफ और न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) की कटौती न किए जाने की शिकायत की है। वहीं कमलेश सिंह भी फंड कटौती न किए जाने से कोर्ट में याचिका दायर की है। अधिशासी अभियंता ने बताया कि बाबुओं की लापरवाही से कई कर्मचारी परेशान हैं। उन्होंने लापरवाह बाबुओं की फटकार लगाई।

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