सरप्लस शिक्षकों के नाम पर शिक्षकों का समायोजन तर्क संगत नहीं , शिक्षकों ने सीएम को गिनाईं समस्या, उचित कदम उठाने का मिला आश्वासन

 इलाहाबाद : शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने सरकिट हाउस में मुख्यमंत्री से मिलकर समस्याएं बताईं। नेतृत्व डॉ. शैलेश पांडेय ने किया। बताया कि सरप्लस शिक्षकों के नाम पर शिक्षकों का समायोजन किया जा रहा है जो तर्क संगत नहीं है।
पूर्ववर्ती सरकारों की गलत शिक्षा नीतियों के कारण अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में छात्र संख्या में गिरावट आयी है जिसका ठीकरा अध्यापकों पर फोड़ना ठीक नहीं है। बताया कि चयन बोर्ड द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया में विलम्ब के कारण आज लगभग 70 प्रतिशत विद्यालयों में अंग्रेजी, गणित, विज्ञान पढ़ाने वाले अध्यापक नहीं हैं। प्रदेश के व्यायाम, कला, संगीत के अध्यापकों का प्रवक्ता पदनाम छीनने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक किसी भी प्रकार की पेंशन व्यवस्था से वंचित हैं। शिक्षिकाओं को चाइल्ड केयर लीव और मातृत्व अवकाश नहीं मिल पा रहा है। इन समस्याओं पर सीएम ने उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया। इस दौरान अजय सिंह, इंद्रदेव पांडेय मौजूद रहे।
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