शिक्षक भर्ती परीक्षा पास अभ्यर्थियों की बाहर रहकर पढ़ने की सजा, सौ का चयन निरस्त

जागरण संवाददाता, मथुरा: बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षक भर्ती परीक्षा पास अभ्यर्थियों की काउंसि¨लग में करीब सौ अभ्यर्थियों का चयन निरस्त कर दिया। कारण बताया गया कि आवेदन के दिन से पांच साल पहले तक यह अभ्यर्थी राज्य का निवासी होने का प्रमाणपत्र नहीं दे सके। इनमें अधिकांश वह हैं जिन्होंने अपनी पढ़ाई राज्य से बाहर जाकर की है।
64 मामले सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को रेफर कर दिए। दो चरणों में 597 अभ्यर्थियों की काउंसि¨लग हुई। इसमें 18 अनुपस्थित रहे। विद्यालय आवंटन के बाद सभी 415 शिक्षकों को एक साथ नियुक्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे।
गुरुवार को बीएसए कार्यालय पर जिला चयन समिति के अध्यक्ष और डायट प्राचार्य डॉ. मुकेश अग्रवाल की। उन्होंने बताया कि शासन का निर्देश है कि जो अभ्यर्थी आवेदन की तिथि से पांच साल तक अपने जिले में नहीं रहे या बाहर रहकर पढ़ाई की, उन्हें पैतृक जिले व प्रदेश का न मानकर उस जिले व प्रदेश का मूल प्रमाण पत्र मांगा गया, जहां रहकर उन्होंने पढ़ाई की। सौ अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं करा पाए जिससे उनका चयन निरस्त किया गया है।
काउंसि¨लग के बाद अभ्यर्थियों को विद्यालय का आवंटन किया गया। पहले दिन महिला और पुरुष दिव्यांगों और महिलाओं को वरीयता दी गई। जिन अभ्यर्थियों को विद्यालयों का आवंटन नहीं हो पाया है, उन्हें शुक्रवार और शनिवार को आवंटन किया जाएगा। इसके बाद सभी को एक साथ नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे।
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-काउंसिलिंग और विद्यालय आवंटन शासन के निर्देशों के अनुरूप किया जा रहा है। चयनित अभ्यर्थियों का आवंटन पूर्ण हो जाने के बाद सभी को एक साथ नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे।

डॉ. मुकेश अग्रवाल, अध्यक्ष, चयन समिति