एसएमएस न भेजने वाले 683 शिक्षकों का कटा वेतन, शिक्षक संगठन व अधिकारियों में संघर्ष की स्थिति

कानपुर देहात. जनपद के इतिहास में पहली बार शिक्षा विभाग ने इतनी बड़ी कार्यवाही की है। जिसके बाद शिक्षा विभाग में खलबली मची हुयी है। शासन द्वारा परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर एक अहम फैसला लिया गया था।
जिसमें विद्यालय पहुंचे शिक्षक को अपने मोबाइल से कंट्रोल रूम को एक एसएमएस करना होता है। जिससे शिक्षक की उपस्थिति प्रमाणित हो जाती है।
लेकिन जनपद कानपुर देहात के शिक्षकों द्वारा मैसेज न भेजे जाने पर जिलाधिकारी कानपुर देहात कुमार रविकांत के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा चेकिंग कर 683 प्रधानाध्यापकों द्वारा मैसेज न भेजने पर उनको अनुपस्थित मानते हुये उनका एक दिन का वेतन काटने की कार्यवाही की गयी है। जिसके बाद शिक्षकों का आक्रोष फूट पड़ा। शिक्षकों के साथ अन्याय की बात करते हुये शिक्षक नेताओं ने अधिकारियों को ताल ठोंक दी है।
शिक्षकों ने लगाये अधिकारियों पर आरोप
शिक्षकों के वेतन कटने के बाद बौखलाये शिक्षकों का कहना है कि तकनीकी खराबी के चलते मोबाइल से कंट्रोल रूम को मैसेज नहीं पहुंच पाते है। ऐसे में अधिकारियों द्वारा वेतन काटने की प्रक्रिया गलत है। जिसको लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कानपुर देहात नरेंद्र यादव ने कहा कि अगर शिक्षकों के साथ इस तरह न्याय होगा। तो शिक्षक आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षक पर कोई कार्यवाही करने से पहले जांच करानी चाहिये। इसके बाद नोटिस जारी कर उसका पक्ष जानना चाहिये। ऐसा न करते हुये सीधे कार्यवाही की जा रही है। ऐसी स्थिति में खेलकूद प्रतियोगिता कराया जाना सम्भव नहीं है। झींझक ब्लाक से संठन मेजबानी वापस लेता है।
अभी 1415 शिक्षकों पर और गिर सकती है गाज
683 विद्यालयों का वेतन कटने के बाद शिक्षकों का संघर्ष बराबर जारी है। शिक्षक व अधिकारी आमने-सामने दिख रहे है। इसका शिक्षक संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है। बावजूद इसके बीते दिन भी 2278 विद्यालयों में महज 843 विद्यालयों से ही उपस्थिति संदेश कंट्रोल रूम पहुंचे है। संगठन के आव्हान पर 1415 विद्यालयों के प्रधानाध्यापको ने उपस्थिति का मैसेज नहीं भेजा। इनमें अकबरपुर ब्लाक में 55, अमरौधा 66, डेरापुर 81, झींझक 75, मैथा 81, मलासा 100, राजपुर 147, रसूलाबाद 118, संदलपुर 66, सरवनखेडा 74, विद्यालय शामिल है। जिनके द्वारा संदेश नही भेजे गये है। वहीं बीएसए मो. अल्ताफ ने सम्बंधित ब्लाक खंड शिक्षाधिकारी से मैसेज न भेजने वाले प्रधानाध्यापकों की सूची मांगी है।

जिला बेसिक शिक्षाधिकारी मो. अल्ताफ ने बताया कि उपस्थित मैसेज न भेजने वाले सभी शिक्षकों की सूची सम्बंधित एबीएसए से मंगाई गयी है। लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर कार्यवाही की जायेगी।
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