सोचने का विषय : यदि उ•प्र• सरकार के पास रिक्त पद नहीं हैं तो टेट परीक्षाओं का आयोजन क्यों

लेकिन सोचो,,,,,,,,,,
यदि उ•प्र• सरकार के पास रिक्त पद नहीं हैं तो लगातार टेट परीक्षाओं का आयोजन क्यों और यदि रिक्त पद हैं
तो पहले से उपलब्ध टेट-2011 का सम्पूर्ण समायोजन क्यों नहीं? मंथन का विषय.......
ॐ...बिना रिक्तियों के टेट परीक्षा कराकर सरकार अपने खजाने को भर रही है क्या ?
या
ॐ...फिर टेट-2011 को रिक्तियों के होते हुए भी गुमराह और विधि विरूद्ध कार्य कर रही है क्या ?
भाईयों, दोनों ही स्थिति में सरकार गलत है पर हमारी रणनीति क्या है इस बारे में? ये भी सोचने का विषय है......
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