प्रोन्नति की नई व्यवस्था में वेतनमान के भी खुले रास्ते

लखनऊ : पदोन्नति के लिए राज्य कर्मचारियों को तीन श्रेणियों में बांटने की पुरानी व्यवस्था खत्म कर नई गाइडलाइंस बनाने से न सिर्फ अधिकारियों-कर्मचारियों की प्रोन्नति की प्रक्रिया आसान होगी, बल्कि बढ़ा वेतनमान मिलने में पहले आ रही रुकावट भी अब दूर हो जाएगी।
राज्य कर्मचारियों ने इस बदलाव के जरिए अपनी पुरानी मांग पूरी करने के लिए प्रदेश सरकार को धन्यवाद दिया है।
प्रोन्नति के लिए कर्मचारियों का वर्गीकरण पहले अति उत्तम, उत्तम व अनुपयुक्त की तीन श्रेणियों में किया गया था। इसके तहत पहले अति उत्तम श्रेणी के कर्मचारियों का प्रमोशन होता था, फिर उत्तम श्रेणी के कर्मचारियों का नंबर आता था। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी बताते हैं कि उत्तम श्रेणी के कर्मचारियों को प्रोन्नति तो मिल जाती थी लेकिन प्रोन्नति के अवसर न होने पर बढ़ा वेतनमान मिलने में समस्या आ रही थी। इसके अलावा प्रोन्नति में अधिकारियों के विवेक की भूमिका भी कर्मचारियों को अखर रही थी। तिवारी ने बताया कि अब उपयुक्त व अनुपयुक्त की दो श्रेणियां होने से प्रोन्नति और वेतनमान दोनों सहज होंगे, अधिकारियों द्वारा विवेक के इस्तेमाल की गुंजाइश भी नहीं रहेगी।

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