रिक्‍त पद भरे जाएं, कम हो शिक्षकों का बोझ

प्रदेशभर में विभिन्न विभागों में रिक्त पदों को तत्काल भरा जाए। निजी क्षेत्र में भी रोजगार का सृजन करते हुए युवाओं को मौके मिले। सरकारी और नि:शुल्क चिकित्सा सुविधाएं बढ़ें। निजी चिकित्सा क्षेत्र में जनता से की जा रही लूट रुकनी चाहिए। शिक्षकों के सभी पदों पर ना केवल भर्ती हो बल्कि नए पदों का सृजन भी होना चाहिए।
प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति मिलनी चाहिए। वे केवल स्कूलों में पढ़ाएं।
बालेराम ब्रजभूषण विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में एबीवीपी के 58वें प्रांतीय अधिवेशन में प्रस्तावों से प्रदेश सरकार से उक्त मांग की है। ‘उत्तर प्रदेश का वर्तमान शैक्षिक परिदृश्य और ‘प्रदेश का वर्तमान परिदृश्य विषय पर रखे गए दो प्रस्तावों पर संगठन ने सरकार की नीतियों की सराहना करते हुए बेतहर प्रदेश का खाका खींचा। संगठन ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में प्रदेश में भाई-भतीजावाद, सत्ता के दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण का बोलबाला था। लेकिन वर्तमान सरकार अच्छा काम कर रही है। संगठन ने कहा कि सरकार के ऐसे तमाम फैसले हैं जो प्रदेश को खुशहाल प्रदेश बनाने का इशारा करते हैं। संगठन ने किसानों को माल बेचने के लिए दलालों से मुक्त विपणन व्यवस्था लागू करने, आलू, गन्ना, गेहूं एवं धान सहित सभी फसलों का उचित दाम दिलाने, रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती करने, सिटीजन चार्टर को सख्ती से लागू करने की मांग की है। संगठन के अनुसार सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में न तो आधारभूत शैक्षणिक सुविधाएं हैं और ना ही स्तरीय प्रयोगशालाएं। अनेक प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल बगैर मान्यता के ही चल रहे हैं। इन सभी पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। संगठन ने उच्च स्तरीय राजकीय कृषि एवं पशु चिकित्सा महाविद्यालय एवं विवि खोलने पर भी जोर दिया है। संगठन ने डिग्री कॉलेजों में छात्रों की बॉयोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य करने और प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों को पल्स पोलियो, बालगणना, आर्थिक गणना सहित अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने की अपील भी की है। कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र पाल सिंह, राजेश वर्मा, डॉ. त्रिलोलन शर्मा, अंकित बंसल, अनुराग त्यागी, उत्तम सैनी, अंशु शर्मा, अनुज तोमर, चेतन वरिष्ठ, गजेंद्र सिंह, अभय यादव सहित 17 जिलों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
जातिवाद, क्षेत्रवाद नहीं, राष्ट्र के लिए एकजुट हों युवा
अधिवेशन के आखिरी दिन राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्रीनिवास ने छात्रों को जाति और क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर राष्ट्र के लिए एकजुट होने की मांग की। उन्होंने कहा कि हम चाहे दुनिया के किसी भी कोने अथवा किसी भी प्रोफेशन में क्यों ना हों, लेकिन हमें अपने राष्ट्र के लिए हमेशा आगे होना चाहिए। राष्ट्र सर्वोपरि है और इसके लिए हमें कोई भी कीमत चुकाने को तैयार रहना चाहिए।
मेरठ से डॉ.त्रिलोचन शर्मा बने उपाध्यक्ष, कार्यकारिणी घोषित
अधिवेशन के आखिरी दिन एबीवीपी ने प्रांतीय कार्यकारिणी घोषित कर दी। इसमें मेरठ के महानगर अध्यक्ष डॉ.त्रिलोचन शर्मा को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। डॉ.त्रिलोचन शर्मा अब प्रदेश उपाध्यक्ष होंगे। डॉ.शर्मा इस वक्त सीसीएसयू कैंपस में एमबीए विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं और चार वर्ष से एबीवीपी के महानगर अध्यक्ष का काम देख रहे थे। वे दो वर्ष तक विभाग प्रमुख, एक वर्ष तक विभाग सह प्रमुख सहित संघ के विभिन्न पदों पर जिम्मेदारी निभा चुके हैं। कैप्टन राजीव ढल, डॉ.उत्तम, डॉ.राजेश वर्मा भी प्रदेश उपाध्यक्ष चुने गए हैं। डॉ.रवींद्र गोयल को प्रदेश कोषाध्यक्ष, उत्तम सैनी को प्रदेश कार्यालय मंत्री, अंशु शर्मा को प्रांत छात्रा सह प्रमुख, अखिल गोयल को मेरठ महानगर सह मंत्री एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, अंकित बंसल को महानगर मंत्री, विपुल राय को महानगर सहमंत्री, अनुज तोमर को विकासार्थ विद्यार्थी प्रमुख तथा प्रभाकर अभिषेक को मेरठ महानगर सहमंत्री बनाए गए हैं। जोगेंद्र को एक बार फिर से प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है। घोषणा में प्रदेश संगठन मंत्री महेश राठौर, क्षेत्रीय संगठन मंत्री मनोज निकरा, अरुण वशिष्ठ, अनुराग त्यागी, डॉ.राजीव सिजेरिया, अंकुर राणा, अंशुल गुप्ता, अंकित स्वामी, अभिनव, चिराग गुप्ता रोहित, नितिन एवं आनंद मौजूद रहे।
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