इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र ने आठ विषयों के पद
निरस्त कर दिया है। इसका असर अब राजकीय कालेज की एलटी ग्रेड परीक्षा 2018
पर पड़ने के पूरे आसार हैं।
अभ्यर्थियों ने यूपी बोर्ड मुख्यालय, चयन बोर्ड
कार्यालय, लोकसेवा आयोग कार्यालय और शिक्षा निदेशालय में प्रदर्शन करके
मांग की है कि हाईस्कूल में जीव विज्ञान की अर्हता तय होने तक एलटी ग्रेड
शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा स्थगित की जाए। ज्ञात हो कि 29 जुलाई को
उप्र लोकसेवा आयोग इसकी लिखित परीक्षा कराने जा रहा है।
चयन बोर्ड ने पिछले सप्ताह प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक यानी टीजीटी-पीजीटी
2016 के आठ विषयों का विज्ञापन इस आधार पर निरस्त कर दिया है, क्योंकि अब
ये विषय ही प्रदेश के माध्यमिक कालेजों में नहीं हैं। चयन बोर्ड 2016 की
सितंबर माह में होने वाली लिखित परीक्षा को भी स्थगित कर चुका है। वहीं,
यूपी बोर्ड के ही राजकीय कालेजों में एलटी ग्रेड शिक्षकों की लिखित परीक्षा
यूपी पीएससी कराने जा रहा है। इसमें भी दो ऐसे विषय जीव विज्ञान व संगीत
है जिनके पद निरस्त हुए हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक विषय व पदों
की स्पष्ट अर्हता न घोषित हो जाए। इन पदों की परीक्षा स्थगित की जाए।
अभ्यर्थी गिरधर मिश्र व अरविंद कुमार तिवारी कहते हैं कि अब जीव विज्ञान के
पद पर चयन होने के बाद भी जिला विद्यालय निरीक्षक उन्हें ज्वाइन नहीं
कराएंगे, क्योंकि अब वह पद न होने की दुहाई देंगे। ऐसे में इस परीक्षा का
मतलब क्या रहेगा। अभ्यर्थियों ने चयन बोर्ड अध्यक्ष वीरेश कुमार, सचिव
दिव्यकांत शुक्ल, यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव, यूपी पीएससी सचिव जगदीश
और अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा मंजू शर्मा को इस संबंध में ज्ञापन भी
सौंपा है। अफसरों ने इस संबंध में शासन को अवगत कराने का आश्वासन दिया है।
हाईस्कूल विज्ञान में विषय बढ़े और विज्ञापन में शर्त भी जोड़ी गई : यूपी
बोर्ड ने विज्ञान विषय के लिए अब भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, जंतु
विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, माइक्रो बायोलॉजी, बायो केमिस्ट्री, बायो
टेक्नोलॉजी जैसे विषयों को जोड़ा है। इनमें से कोई दो विषय से अभ्यर्थी का
स्नातक होना अनिवार्य है। पहले केवल भौतिक व रसायन विज्ञान ही रहा है।
बोर्ड ने यह शर्त भी लगाई है कि विज्ञापन जारी करते समय पीसीएम यानी भौतिक,
रसायन व गणित के साथ ही पीसीबी यानी भौतिक, रसायन व बायोलॉजी के पद भी
घोषित करना होगा।
