राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : टीईटी 2018 में जिन अभ्यर्थियों ने
अपने ओएमआर शीट पर अनुक्रमांक, पंजीकरण या फिर अन्य सूचनाएं यदि गलत दर्ज
कर दी हैं तो अब उसमें किसी तरह का संशोधन नहीं हो सकेगा।
परीक्षा नियामक
प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने कहा है कि इस संबंध में पहले ही कई
बार निर्देश जा चुके हैं और प्रवेशपत्र व ओएमआर भरने की निर्देशिका में भी
स्पष्ट किया गया है। इसलिए ऐसे अभ्यर्थी कार्यालय से संपर्क न करें,
उन्हंे कोई राहत नहीं मिलेगी।
टीईटी 2018 में शामिल होने वाले तमाम अभ्यर्थियों ने सोमवार
को परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव कार्यालय पर प्रदर्शन किया था, उनकी
मांग थी कि मानवीय भूल से ओएमआर शीट पर रोल नंबर व पंजीकरण अंकन करने आदि
में चूक हुई है इसे सुधार दिया जाए। सचिव सोमवार को लखनऊ में थे, उन्होंने
मंगलवार को स्पष्ट किया है कि यह किसी दशा में संभव नहीं है, इसके लिए
परीक्षा के पहले विज्ञप्ति निकाली गई, प्रवेशपत्र में भी लिखा गया और
निर्देशिका में भी स्पष्ट प्रावधान है कि ऐसी गलतियों को दुरुस्त नहीं किया
जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि उपस्थिति पत्रक के आधार पर जो संभव है
उसे अभ्यर्थी हित में जरूर कर दिया जाएगा, आवेदन की भी जरूरत नहीं है।
बोले, इन दिनों ओएमआर शीट की स्कैनिंग तेजी से हो रही है।
शीर्ष कोर्ट ने भी नहीं दी राहत : टीईटी 2017 में इसी तरह का
प्रकरण लेकर कोर्ट जाने वाले अभ्यर्थियों को शीर्ष कोर्ट ने भी राहत नहीं
दी थी, बल्कि यह कहा था कि जो अभ्यर्थी रोल नंबर व पंजीकरण भी सही तरीके से
नहीं भर सकते उन्हें शिक्षक बनने का हक नहीं है।