सिद्धार्थनगर। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों में
2010 के बाद नियुक्त अध्यापकों की जांच तेज हो गई है। अपर जिला मजिस्ट्रेट
की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम को अभिलेख उपलब्ध कराने की कवायद शुरू
हुई है। जांच के दायरे में जिले के 4 हजार शिक्षक हैं। बीएसए ने सभी बीईओ व
संबंधित पटल को अभिलेख उपलब्ध कराने के लिए कड़ा पत्र लिखा है।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में अनियमित, नियम विरुद्ध,
फर्जी नियुक्तियों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव ने वर्ष
2010 के बाद नियुक्ति सहायक अध्यापकों की जांच के लिए जनपद में अपर जिला
मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम गठित करने का निर्देश दिया।
एडीएम प्रमोद शंकर शुक्ला, अपर पुलिस अधीक्षक मुन्ना लाल व सहायक शिक्षक
निदेशक बेसिक बस्ती मंडल ने इस दिशा में जांच प्रक्रिया तेज कर दी है, पर
अभिलेखों की उपलब्धता की गति काफी धीमी होने से टीम को काफी दिक्कतों का
सामना करना पड़ रहा है। जांच दायरे में प्रदेश स्तर पर समय-समय में
शिक्षकों की भर्तियों के तहत 10 हजार, 10800, 15 हजार, 72 हजार 825, 16448,
12460 अंतर्गत जिले में लगभग 4 हजार शिक्षक इस जांच दायरे में है। सभी
शिक्षकों की अलग-अलग पत्रावली बनाते हुए चयन, नियुक्ति के लिए प्रस्तुत सभी
अभिलेखों यथा शैक्षिक, प्रशिक्षण, अध्यापक पात्रता परीक्षा, जाति, निवास
प्रमाणपत्र, विशेष आरक्षण, पहचान पत्र व अन्य की छायाप्रति, संबंधित भर्ती
के लिए प्रस्तुत आवेदन पत्र की छायाप्रति, नियुक्ति पत्र की छायाप्रति,
कार्यभार ग्रहण आदेश की छाया प्रति उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। बेसिक
शिक्षा अधिकारी राम सिंह ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों समेत संबंधित पटल
लिपिकों को जांच में हर संभव मदद करने की दिशा में अभिलेखों को जांच टीम के
समक्ष उपलब्ध कराने के लिए कड़ी हिदायत दी है।
बीएसए की सुरक्षा हटी, भय
हाल में 16448 शिक्षक भर्ती के तहत फर्जी अंक पत्रों के आधार पर जनपद में 38 सहायक अध्यापक बर्खास्त हुए थे। इसके बाद बीएसए दफ्तर में चोरी भी हो गई थी। इस बीच बीएसए के लिखित पत्र पर एसपी ने एक गनर भी मुहैया कराया था, पर एक माह बाद ही उसे हटा लिया गया। इधर पुन: 4 हजार शिक्षकों की जांच शुरू हो गई है। बीएसए राम सिंह ने बताया कि अभी भी अप्रत्यक्ष रूप से धमकियां मिल रही हैं। सुरक्षा के लिए एक बार फिर पत्र लिखेंगे।
शासन के निर्देश पर 2010 के बाद जिले में नियुक्त हुए शिक्षकों की जांच के लिए बीएसए से अभिलेख मांगे गए हैं। अभिलेख उपलब्ध कराने में सुस्ती बरती जा रही है। ऐसी शिथिलता रही तो बीएसए के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा। जल्द ही एडी बेसिक की मौजूदगी में अभिलेखों को प्रस्तुत करने के लिए बैठक बुुलाई गई है।
-प्रमोद शंकर शुक्ल, अपर जिलाधिकारी
बीएसए की सुरक्षा हटी, भय
हाल में 16448 शिक्षक भर्ती के तहत फर्जी अंक पत्रों के आधार पर जनपद में 38 सहायक अध्यापक बर्खास्त हुए थे। इसके बाद बीएसए दफ्तर में चोरी भी हो गई थी। इस बीच बीएसए के लिखित पत्र पर एसपी ने एक गनर भी मुहैया कराया था, पर एक माह बाद ही उसे हटा लिया गया। इधर पुन: 4 हजार शिक्षकों की जांच शुरू हो गई है। बीएसए राम सिंह ने बताया कि अभी भी अप्रत्यक्ष रूप से धमकियां मिल रही हैं। सुरक्षा के लिए एक बार फिर पत्र लिखेंगे।
शासन के निर्देश पर 2010 के बाद जिले में नियुक्त हुए शिक्षकों की जांच के लिए बीएसए से अभिलेख मांगे गए हैं। अभिलेख उपलब्ध कराने में सुस्ती बरती जा रही है। ऐसी शिथिलता रही तो बीएसए के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा। जल्द ही एडी बेसिक की मौजूदगी में अभिलेखों को प्रस्तुत करने के लिए बैठक बुुलाई गई है।
-प्रमोद शंकर शुक्ल, अपर जिलाधिकारी