उत्तर प्रदेश पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी-2018) का पेपर सोशल मीडिया से
बचाना बड़ी चुनौती है। इसलिए इस बार परीक्षा में ज्यादा सख्ती बरती जाएगी।
सोशल मीडिया पर निगरानी के साथ सेंटर के अन्दर कोई भी मोबाइल नहीं ले जा
सकेगा।
इसके लिए परीक्षा से तीन दिन पहले केंद्राध्यक्षों और कक्ष निरीक्षकों को विशेष निर्देश दिए जाएंगे।
जो भी महत्वपूर्ण परीक्षाएं हैं उनमें सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक या ऐसी ही अन्य साइट्स परेशानी का सबब बनी हुई हैं। यदि पेपर आउट नहीं भी होते हैं तो शरारती तत्व इन साइट्स के माध्यम से अराजकता पैदा करते हैं। अब तक जिन महत्वपूर्ण परीक्षाओं के पेपर आउट हुए हैं, उसमें सोशल मीडिया के इस्तेमाल की बात सामने आई थी।
इसको देखते हुए अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रभात कुमार ने आदेश जारी किया है कि प्रश्नपत्रों को परीक्षा वाले दिन डबल लॉक से प्राप्त कर उन्हें परीक्षा केंद्रों पर समय से पूर्व सुरक्षित पहुंचाने का उत्तरदायित्व मजिस्ट्रेट/मजिस्ट्रेट्स तथा जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) का संयुक्त रूप से होगा। प्रश्नपत्रों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए जिलाधिकारी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को स्कॉर्ट समेत अन्य सुरक्षा व्यवस्थाएं करनी होंगी। यह भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी दशा में सम्बंधित पाली का प्रश्नपत्र परीक्षा समाप्ति से पूर्व व्हाट्सएप, फेसबुक, सोशल मीडिया अथवा अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर नहीं जाना चाहिए।
कोई न ले जाए मोबाइल
अपर मुख्य सचिव ने यह स्पष्ट किया है कि परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों के साथ-साथ कक्ष निरीक्षक तथा अन्य किसी भी कर्मचारी को मोबाइल, नोटबुक या अन्य कोई यांत्रिक एवं इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने की अनुमति नहीं है। अभ्यर्थियों को परीक्षा हॉल, कक्षा के भीतर प्रवेश पत्र तथा काले/नीले बॉल प्वॉइंट पेन के अलावा किसी भी प्रकार की पाठ्य सामग्री, कैलकुलेटर, डॉकुपेन, स्लाइड रूलर, लॉग टेबल, कैलकुलेटर की सुविधा वाली इलेक्ट्रॉनिक घड़ियां, मुद्रित अथवा लिखित सामग्री, कागज के टुकड़े, मोबाइल, पेजर अथवा किसी अन्य प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
18 नवंबर को होगी परीक्षा
18 नवंबर को यूपी टीईटी 2018 पूरे प्रदेश में 21सौ से अधिक सेंटरों पर होगी। इसमें 17 लाख से अधिक छात्र शामिल होंगे। प्राथमिक स्तर और उच्च प्राथमिक स्तर पर अलग-अलग दो पेपर होंगे। कानपुर नगर में 60 सेंटरों पर 61 हजार परीक्षा देंगे।
इसके लिए परीक्षा से तीन दिन पहले केंद्राध्यक्षों और कक्ष निरीक्षकों को विशेष निर्देश दिए जाएंगे।
जो भी महत्वपूर्ण परीक्षाएं हैं उनमें सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक या ऐसी ही अन्य साइट्स परेशानी का सबब बनी हुई हैं। यदि पेपर आउट नहीं भी होते हैं तो शरारती तत्व इन साइट्स के माध्यम से अराजकता पैदा करते हैं। अब तक जिन महत्वपूर्ण परीक्षाओं के पेपर आउट हुए हैं, उसमें सोशल मीडिया के इस्तेमाल की बात सामने आई थी।
इसको देखते हुए अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रभात कुमार ने आदेश जारी किया है कि प्रश्नपत्रों को परीक्षा वाले दिन डबल लॉक से प्राप्त कर उन्हें परीक्षा केंद्रों पर समय से पूर्व सुरक्षित पहुंचाने का उत्तरदायित्व मजिस्ट्रेट/मजिस्ट्रेट्स तथा जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) का संयुक्त रूप से होगा। प्रश्नपत्रों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए जिलाधिकारी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को स्कॉर्ट समेत अन्य सुरक्षा व्यवस्थाएं करनी होंगी। यह भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी दशा में सम्बंधित पाली का प्रश्नपत्र परीक्षा समाप्ति से पूर्व व्हाट्सएप, फेसबुक, सोशल मीडिया अथवा अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर नहीं जाना चाहिए।
कोई न ले जाए मोबाइल
अपर मुख्य सचिव ने यह स्पष्ट किया है कि परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों के साथ-साथ कक्ष निरीक्षक तथा अन्य किसी भी कर्मचारी को मोबाइल, नोटबुक या अन्य कोई यांत्रिक एवं इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने की अनुमति नहीं है। अभ्यर्थियों को परीक्षा हॉल, कक्षा के भीतर प्रवेश पत्र तथा काले/नीले बॉल प्वॉइंट पेन के अलावा किसी भी प्रकार की पाठ्य सामग्री, कैलकुलेटर, डॉकुपेन, स्लाइड रूलर, लॉग टेबल, कैलकुलेटर की सुविधा वाली इलेक्ट्रॉनिक घड़ियां, मुद्रित अथवा लिखित सामग्री, कागज के टुकड़े, मोबाइल, पेजर अथवा किसी अन्य प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
18 नवंबर को होगी परीक्षा
18 नवंबर को यूपी टीईटी 2018 पूरे प्रदेश में 21सौ से अधिक सेंटरों पर होगी। इसमें 17 लाख से अधिक छात्र शामिल होंगे। प्राथमिक स्तर और उच्च प्राथमिक स्तर पर अलग-अलग दो पेपर होंगे। कानपुर नगर में 60 सेंटरों पर 61 हजार परीक्षा देंगे।