जानकारी के मुताबिक, पांच दिसंबर को भर्ती का विज्ञापन जारी होने तक
पदों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद
शिक्षकों के पद के लिए हुआ शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त कर दिया था।
इसके चलते शिक्षकों के 1.37 लाख पद खाली हो गए थे।
इन पदों को भरने के लिए मई 2018 में शिक्षक भर्ती परीक्षा हुई। इसमें लिखित परीक्षा में 41,556 अभ्यर्थी सफल हुए, लेकिन 41,000 ने ही नियुक्ति के लिए आवेदन किया। 27,500 पद खाली रह गए। इसके चलते बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी जिलों में तैनात अधिकारियों से उनके यहां खाली पड़ी सीटों का ब्योरा मांगा है। अगर इन खाली पदों को भी भर्ती प्रक्रिया में शामिल किया गया तो सहायक अध्यापकों के करीब 93,000 पदों के लिए आवेदन मांगे जा सकते हैं।
इन पदों को भरने के लिए मई 2018 में शिक्षक भर्ती परीक्षा हुई। इसमें लिखित परीक्षा में 41,556 अभ्यर्थी सफल हुए, लेकिन 41,000 ने ही नियुक्ति के लिए आवेदन किया। 27,500 पद खाली रह गए। इसके चलते बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी जिलों में तैनात अधिकारियों से उनके यहां खाली पड़ी सीटों का ब्योरा मांगा है। अगर इन खाली पदों को भी भर्ती प्रक्रिया में शामिल किया गया तो सहायक अध्यापकों के करीब 93,000 पदों के लिए आवेदन मांगे जा सकते हैं।